रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय दो दिवसीय भारत की यात्रा पर हैं। गुरुवार को वह अपने विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन साल 2022 में यूक्रेन के साथ शुरू हुए जंग के बाद पहली बार भारत आए हैं।
गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को भगवद गीता का रूसी अनुवाद भेंट किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि उन्होंने रूसी भाषा में गीता की प्रति प्रदान की, जिसके उपदेश दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं।
Presented a copy of the Gita in Russian to President Putin. The teachings of the Gita give inspiration to millions across the world.@KremlinRussia_E pic.twitter.com/D2zczJXkU2
— Narendra Modi (@narendramodi) December 4, 2025
भारत में पुतिन के गर्मजोशी भरे स्वागत को लेकर क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) की ओर से प्रतिक्रिया आई। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि पीएम मोदी का विमान के पास जाकर रूस के राष्ट्रपति से मिलना एक अप्रत्याशित फैसला था और रूसी अधिकारियों को इसकी सूचना पहले नहीं दी गई थी।
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करते हुए ‘एक्स’ पर अपनी खुशी व्यक्त की और लिखा कि वह दोनों देशों के बीच होने वाली बैठकों को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत और रूस की दोस्ती हमेशा खरी उतरी है, जिससे दोनों देशों को लाभ हुआ है।
बात दें कि भारत और रूस के बीच 23वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन आज होने जा रहा है। दोनों देशों के नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। शिखर सम्मेलन से पहले, रूसी राष्ट्रपति को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत मिलेगा, और इसके अलावा राष्ट्रपति पुतिन राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर भी श्रद्धांजलि देंगे।
