नई दिल्ली/संयुक्त राष्ट्र: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) ने कड़े शब्दों में निंदा की है। इसके साथ ही, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने भी इस हमले की कड़ी भर्त्सना करते हुए एक बयान जारी किया है। UNSC ने इस आतंकी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और संवेदनाएं प्रकट कीं।
सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है। उन्होंने इस हमले में मारे गए 26 लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया। UNSC ने इस “घृणित आतंकवादी कृत्य” के अपराधियों, आयोजकों और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाने की आवश्यकता पर बल दिया।

पहलगाम में हुए निर्मम आतंकी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार फाइनेंसरों, आयोजकों और आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने पर जोर दिया है। UNSC ने कहा कि इन अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें कानूनी रूप से दंडित किया जाना चाहिए।
सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने दोहराया कि आतंकवाद का कोई भी कृत्य आपराधिक और अनुचित है, और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। परिषद ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद का मकसद चाहे कुछ भी हो, चाहे वह कहीं भी, कभी भी और किसी के द्वारा भी किया गया हो, वह निंदनीय है। UNSC ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहने और इस खतरे को जड़ से खत्म करने का आह्वान किया।
