यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि यूरोपीय सहयोगियों की मदद से अमेरिका से सैन्य हथियार खरीदने की यूक्रेन की योजना में इस वर्ष लगभग 800 मिलियन डॉलर की कमी रह गई है। ब्रुसेल्स जाते समय पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि लंदन में ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के नेताओं के साथ हुई चर्चा उपयोगी रही है और बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है।
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अपनी शांति योजना को अंतिम रूप देने में जुटा है और यह संशोधित प्रस्ताव मंगलवार को अमेरिका के साथ साझा किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य रूस के साथ जारी युद्ध को समाप्त करने का रास्ता ढूंढना है। हालांकि, अमेरिका की ओर से किए जा रहे कूटनीतिक प्रयासों को झटका लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ और उनके दामाद जेरेड कुशनेर पिछले सप्ताह इस संशोधित योजना के साथ मॉस्को गए थे। इसके बाद उन्होंने मियामी में यूक्रेन के अधिकारियों के साथ कई दिनों तक बैठकों का दौर जारी रखा, लेकिन ये बातचीत किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी और शनिवार को समाप्त हो गई।
जेलेंस्की ने इन चर्चाओं को उपयोगी बताया, लेकिन यह भी माना कि यह आसान नहीं रहा। इसी बीच अमेरिका की ओर से यूक्रेन को लेकर कुछ नाराज़गी भी सामने आई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को जेलेंस्की पर आरोप लगाया कि उन्होंने अमेरिका द्वारा समर्थित संशोधित प्रस्तावों को ठीक से पढ़ा ही नहीं, और इसी कारण वह उनसे निराश हैं।
यूक्रेन की यह कोशिश ऐसे समय में हो रही है जब रूस के साथ युद्ध तीन साल से अधिक समय से जारी है और यूक्रेनी सेना हथियारों की कमी का सामना कर रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित यह नई शांति वार्ता आने वाले दिनों में यूक्रेन, रूस और पश्चिमी देशों के संबंधों के भविष्य को तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
