फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड और फिनलैंड के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर इस शुक्रवार अलास्का में होने वाली ट्रंप-पुतिन बातचीत में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को शामिल करने की मांग की है।
बयान में कहा गया है—“यूक्रेन में शांति का कोई भी फैसला, यूक्रेन को शामिल किए बिना नहीं किया जा सकता। हम मानते हैं कि किसी भी देश की सीमा ज़बरदस्ती बदलना ग़लत है।”
यह बयान ज़ेलेंस्की के यूरोपीय नेताओं से बातचीत के बाद सामने आया। ज़ेलेंस्की ने साफ कहा है कि वे अपने देश की जमीन रूस को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए होने वाली अलास्का बैठक में यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि यह संघर्ष दो साल से अधिक समय से जारी है और लाखों लोगों को विस्थापित कर चुका है।
