पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर अफगानिस्तान के सीमाई इलाकों में हवाई हमले किए गए हैं, जिसमें आम नागरिकों के हताहत होने की खबर है। अफगानिस्तान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह ने पुष्टि की है कि ये एयरस्ट्राइक उस वक्त की गई जब लोग अपने घरों में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे हुए इन हमलों में 9 बच्चों समेत 10 लोगों की जान चली गई, जबकि 5 नागरिक घायल हुए हैं।
नागरिक ठिकानों पर बमबारी और भारी नुकसान
प्रवक्ता के अनुसार, ये हमले खोस्त और कुनर-पक्तिका जैसे इलाकों में किए गए, जहाँ जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। विशेष रूप से, खोस्त प्रांत के गर्बजो जिले के मगलगई इलाके में पाकिस्तान की सेना ने एक स्थानीय नागरिक के घर पर बमबारी की। इस हमले में 5 लड़के और 4 लड़कियों के साथ एक महिला की मौत हो गई, और घर पूरी तरह से तबाह हो गया।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव पिछले कई महीनों से बना हुआ है। इसी साल अक्टूबर में भी पाकिस्तान ने सीमाई इलाके में एयरस्ट्राइक की थी, जिसके बाद अफगानिस्तान ने दावा किया था कि उसमें आम नागरिकों, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, की जान गई थी। तब काबुल तक पाकिस्तानी सेनाओं ने बमबारी की थी, जिसका अफगानिस्तान की ओर से जवाब भी दिया गया था। दोनों पक्षों में सीजफायर पर बात बनने के बावजूद पाकिस्तान के हवाई हमले जारी हैं, जिसे तालिबान “दोगलापन” करार देता रहा है।
पाकिस्तान का आरोप: TTP को निशाना बनाना
पाकिस्तान इन हवाई हमलों के पीछे का कारण अफगानिस्तान में शरण लेने वाले TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के ठिकानों को निशाना बनाना बताता है। पाकिस्तान का आरोप है कि TTP अफगानिस्तान में सुरक्षित ठिकानों से अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा है।
हालांकि, अफगानिस्तान की सरकार इस आरोप से इनकार करती रही है। अफगानिस्तान का कहना है कि पाकिस्तान में होने वाली अंदरूनी असुरक्षा पाकिस्तान का अपना मामला है, जिसमें अफगानिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है। उनका दावा है कि वे अपनी ज़मीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देते हैं।
हालिया हमलों के पीछे की वजह
पाकिस्तान की ओर से किए गए इन ताजा हमलों की बड़ी वजह पाकिस्तान में लगातार हो रहे बम धमाके हो सकते हैं। हाल ही में सोमवार को पाकिस्तान के पेशावर में एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर आत्मघाती बम धमाका किया गया था। इससे पहले हाई कोर्ट के सामने भी एक कार ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 10 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी। पाकिस्तान इन हमलों को TTP की ओर से किया गया मानता है और इसी के जवाबी कार्रवाई के रूप में वह तालिबान शासित अफगानिस्तान के निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रहा है।
