नेपाल में इस बार विजयादशमी का त्योहार शांतिपूर्ण संदेश के साथ मनाया गया। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने देश में स्थिरता, सद्भाव और समृद्धि की कामना करते हुए नागरिकों को शुभकामनाएँ दीं। परंपरा के अनुसार, राष्ट्रपति को दिन में शुभ मुहूर्त पर टीका लगाया जाता है, लेकिन इस वर्ष देश में हालिया राजनीतिक उथल-पुथल और ‘जेन-जेड’ के प्रदर्शनों के कारण टीका समारोह आयोजित नहीं किया गया।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, “सत्य, धर्म और न्याय की जीत के प्रतीक विजयादशमी के दिन, हम आदरणीय बुजुर्गों से आशीर्वाद, टीका और जमारा प्राप्त करते हैं। मैं देवी दुर्गा से पूरे देश में सद्भाव, सद्भावना और कल्याण की प्रार्थना करता हूं।” नेपाल में बड़ों से टीका लगवाना समृद्धि और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
हाल ही में हुए ‘जेन-जेड’ प्रदर्शनों में 75 से अधिक लोगों की मौत और राजनीतिक बदलाव के कारण प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने भी इस बार टीका और जमारा प्राप्त करने की परंपरा में भाग नहीं लिया। सरकार ने यह निर्णय प्रदर्शनों में पीड़ितों के सम्मान में लिया।
