संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाषण पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भारत ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार झूठ और दोगलेपन का सहारा लेकर आतंकवाद का महिमामंडन करता है। भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को उत्तर देने के अधिकार (Right to Reply) का उपयोग करते हुए शरीफ के बयान का करारा जवाब दिया।
गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फिर से आतंकवाद को अपनी विदेश नीति का केंद्र बना दिया, लेकिन किसी भी स्तर का झूठ और तथ्य छिपाना संभव नहीं है। उन्होंने 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को बचाने का उदाहरण दिया।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने बहावलपुर और मुरीदके में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई कर कई आतंकियों को मार गिराया। गहलोत ने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य और राजनीतिक अधिकारी कुख्यात आतंकियों को सार्वजनिक रूप से सम्मान देते हैं, तो उसके दोहरे रवैये पर कोई संदेह रह जाता है।
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— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) September 27, 2025
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भारत ने पाकिस्तान के हालिया दावों को झूठा बताया और कहा कि 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर हमले की धमकी दे रहा था, लेकिन 10 मई को उसकी सेना ने सीधे युद्धविराम की अपील की। भारत ने पाकिस्तान द्वारा वर्षों तक अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को सुरक्षित रखना और आतंकवादी शिविर चलाने की नीति भी याद दिलाई।
गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद फैलाने और उसे निर्यात करने की अपनी परंपरा को बनाए रखने के लिए झूठे आख्यान गढ़ता है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान का वहां से कोई लेना-देना नहीं है। भारत ने शहबाज शरीफ के बयान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की दोगली नीति का प्रतीक बताया।
