काबुल: पाकिस्तान के साथ जारी जबरदस्त तनातनी के बीच अफगानिस्तान ने इस्लामाबाद के शांति प्रयासों को करारा झटका दिया है। अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मलिक और दो अन्य वरिष्ठ पाकिस्तानी जनरलों के वीज़ा आवेदनों को खारिज कर दिया है।
अफगानिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल ‘टोलो न्यूज़’ के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पिछले तीन दिनों में इन उच्च-स्तरीय अधिकारियों ने अफगानिस्तान दौरे के लिए वीज़ा की मांग की थी, लेकिन काबुल ने साफ इनकार कर दिया।
तालिबान सरकार ने बताई वजह
‘टोलो न्यूज़’ ने इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद के बयान से इस खबर की पुष्टि की। मुजाहिद ने बताया कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की काबुल यात्रा के अनुरोध को अस्वीकार करने का कारण अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन है। मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को अफगानिस्तान आने के लिए कहा था, लेकिन हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के कारण अमीरात ने यात्रा की अनुमति नहीं दी। अभी तक पाकिस्तानी अधिकारियों ने वीज़ा अस्वीकृति पर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
पाकिस्तान के शांति प्रयासों को झटका
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हाल ही में तनाव काफी बढ़ गया है, जिसके बाद दोनों तरफ से सीमा पर गोलीबारी और हवाई हमले हुए थे। पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर संघर्ष में अपने 23 सैनिक और 200 तालिबानी मारे जाने की पुष्टि की है, जबकि तालिबान सरकार ने 58 पाक सैनिकों के मारे जाने की बात कही है।
सऊदी अरब के अनुरोध पर तालिबान द्वारा हमले रोकने के बाद, पाकिस्तानी अधिकारी शांति वार्ता के लिए अफगानिस्तान आना चाहते थे। वीज़ा अस्वीकृति को पाकिस्तान के काबुल के साथ संबंध सामान्य करने के प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
