Saurabh Rajput Murder Case: मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है। पति की बेरहमी से हत्या कर शव को नीले ड्रम में छिपाने वाली आरोपी मुस्कान रस्तोगी का परिवार अब मकान और शहर दोनों छोड़ना चाहता है। ब्रह्मपुरी इलाके के इंदिरा नगर स्थित मुस्कान के घर के बाहर “मकान बिकाऊ है” का बोर्ड लगा दिया गया है। इस घटना के आठ महीने बाद परिवार के इस कदम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
छलका पिता का दर्द
मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने बताया कि उनका परिवार अब मेरठ में नहीं रहना चाहता क्योंकि इस शहर में सिर्फ दर्दनाक यादें रह गई हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के कृत्य ने पूरे परिवार को शर्मसार कर दिया है। अब वे लोग मेरठ छोड़कर किसी दूसरे शहर में नई शुरुआत करना चाहते हैं। मुस्कान की मां और भाई भी इस फैसले से सहमत हैं।
परिवार पर पड़ा सामाजिक और आर्थिक असर
प्रमोद रस्तोगी ने बताया कि 3 मार्च 2025 को हुई घटना के बाद से परिवार पर सामाजिक और आर्थिक दोनों तरह से बुरा असर पड़ा है। सर्राफा कारोबार ठप हो गया है, ग्राहक दुकान पर आना बंद कर चुके हैं। उधार लेने-देने वाले लोगों ने भी संबंध समाप्त कर दिए हैं। यहां तक कि मुस्कान की छोटी बहन जो घर पर ट्यूशन पढ़ाती थी, उसके पास भी अब कोई छात्र नहीं आता। परिवार की आमदनी पूरी तरह रुक गई है।
क्या था मेरठ का नीला ड्रम कांड?
3 मार्च 2025 को मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में रहने वाली मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों ने शव के चार टुकड़े किए और उन्हें एक नीले ड्रम में डालकर सीमेंट से भर दिया था। वारदात के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश घूमने चले गए थे। बाद में मुस्कान ने अपने परिजनों को यह घटना बताई, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज हुई।
पुलिस ने मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर 19 मार्च को अदालत में पेश किया था, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। फिलहाल दोनों मेरठ जिला जेल में बंद हैं। सूत्रों के अनुसार, मुस्कान गर्भवती भी है। सौरभ के परिवार ने डीएनए परीक्षण की मांग की है। उनका कहना है कि यदि बच्चा सौरभ का हुआ तो वे उसे स्वीकार करेंगे, वरना नहीं। मुस्कान के परिवार ने उससे सारे रिश्ते तोड़ दिए हैं।
