इंदौर: शहर के 134 साल पुराने और बहुत नामी सरकारी होलकर विज्ञान कॉलेज में दो छात्रों ने ऐसी शर्मनाक हरकत की है कि सब सुनकर हैरान हैं। अपनी ऑनलाइन परीक्षा को रद्द करवाने के लिए, इन दोनों छात्रों ने कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन के अचानक मर जाने की झूठी खबर फैला दी। इस गंभीर मामले में, पुलिस ने अब दोनों छात्रों के खिलाफ भंवरकुआं पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बीसीए विभाग के दो छात्र थे, जिनके नाम मयंक कछावा और हिमांशु जायसवाल हैं। इन्हीं दोनों छात्रों ने मिलकर यह सारी साज़िश रची। छात्रों ने अपनी परीक्षा टालने के लिए कॉलेज के ऑफिशियल लेटर हेड जैसा दिखने वाला एक फ़र्ज़ी कागज़ बनाया। इस झूठे कागज़ में उन्होंने लिख दिया कि प्रिंसिपल का ‘अचानक निधन’ हो गया है। इस झूठी खबर में यह भी बताया गया कि इस वजह से 15 और 16 तारीख की सभी परीक्षाएँ रद्द कर दी गई हैं। इसके बाद, इस फ़र्ज़ी पत्र को कॉलेज के छात्रों के ग्रुपों में और सोशल मीडिया पर बहुत तेज़ी से वायरल कर दिया गया।
यह झूठी अफ़वाह जैसे ही फैली, कॉलेज के सभी टीचर, कर्मचारी और स्टाफ घबरा गए। वे बिना देरी किए प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन के घर पहुँच गए। दूसरी तरफ़, झूठी मौत की सूचना सुनकर छात्र भी बहुत दुखी हो गए थे। लेकिन, जब घर जाकर जाँच की गई, तो पता चला कि प्रिंसिपल बिल्कुल ठीक हैं। तब सबको समझ आया कि यह सब परीक्षा को रद्द करवाने के लिए किया गया एक बहुत गंदा खेल था।
कॉलेज प्रशासन ने इस मामले की शिकायत तुरंत भंवरकुआं पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने बुधवार देर रात दोनों छात्र मयंक कछावा और हिमांशु जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और अब मामले की जांच शुरू कर दी है। परीक्षा को टालने के लिए प्रिंसिपल की मौत की झूठी अफ़वाह फैलाने का यह मामला पूरे शहर की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चर्चा का विषय बन गया है। अब पुलिस के साथ-साथ कॉलेज भी इन छात्रों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है।
