नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ के अभिनेता और निर्देशक ऋषभ शेट्टी और उनकी टीम से मुलाकात की। यह मुलाकात राजधानी के मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में हुई। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए फिल्म की जमकर सराहना की और कहा कि ‘कांतारा’ भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं की आत्मा को खूबसूरती से दर्शाती है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने पोस्ट में लिखा, “आज ‘कांतारा चैप्टर 1’ के अभिनेता और निर्देशक ऋषभ शेट्टी और उनकी टीम से मुलाकात की। यह फिल्म भारत की आध्यात्मिक गहराई और सांस्कृतिक विरासत को बेहद सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती है। ऐसे कार्य हमारे देश की परंपराओं की भावना को वैश्विक मंच तक पहुंचाते हैं। मैं टीम को इस शानदार सिनेमाई यात्रा के लिए शुभकामनाएं देती हूँ।”
Met Rishab Shetty, actor and director of Kantara Chapter 1 and his team at the Mukhyamantri Janseva Sadan today.
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) October 7, 2025
The film beautifully reflects India’s spiritual depth and cultural richness, bringing alive the essence of our traditions. Works like Kantara proudly carry the spirit… pic.twitter.com/6TeGsk0BjF
मुख्यमंत्री के इस पोस्ट पर ऋषभ शेट्टी ने भी आभार जताया। उन्होंने लिखा, “मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी से मिलना हमारे लिए सम्मान की बात थी। आपने जिस तरह ‘कांतारा चैप्टर 1’ में दिखाई गई भारतीय संस्कृति और अध्यात्म की सराहना की, वह हमारे लिए प्रेरणादायक है।”
Heartfelt gratitude to Hon’ble Chief Minister of Delhi, Smt. @officialrekhagupta ji, for the gracious welcome and kind appreciation.
— Rishab Shetty (@shetty_rishab) October 8, 2025
It was an honour to meet you at the Mukhyamantri Janseva Sadan. Your thoughtful words about Kantara Chapter 1 and its portrayal of India’s… pic.twitter.com/i9KhNOiRvb
फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ हाल ही में 2 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई है। यह फिल्म 2022 में आई सुपरहिट फिल्म ‘कांतारा’ का प्रीक्वल है, जिसे दर्शकों ने पूरे देश में खूब पसंद किया था। इस फिल्म में कर्नाटक के तटीय इलाकों की देव-परंपराओं, ‘भूत कोला’ और प्रकृति के प्रति आस्था को गहराई से दिखाया गया है। यही वजह है कि यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और लोकआस्था की जीवंत झलक बन गई है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस मुलाकात को भारत की कला, संस्कृति और सिनेमा के सम्मान का प्रतीक बताया है।
