लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा गन्ना किसानों को हाल ही में दिए गए तोहफे के बाद प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र 2025-26 का कार्य तेजी से प्रारंभ हो गया है। प्रदेश की 53 चीनी मिलों ने गन्ना खरीद के लिए इण्डेन्ट जारी कर दिया है, जबकि 21 चीनी मिलों में पेराई कार्य आधिकारिक रूप से शुरू हो चुका है। यह सत्र किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि सरकार ने इस बार गन्ने के मूल्य में ₹30 प्रति कुंतल की ऐतिहासिक वृद्धि की है — जो बीते वर्षों की तुलना में सबसे बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है।
गन्ना आयुक्त मिनिस्ती एस. के अनुसार, 21 चीनी मिलों में पेराई कार्य प्रारंभ हुआ है, जिनमें सहकारी क्षेत्र की 1 और निजी क्षेत्र की 20 चीनी मिलें शामिल हैं। इनमें सहारनपुर परिक्षेत्र की 5, मेरठ की 8, मुरादाबाद की 2 और लखनऊ परिक्षेत्र की 6 मिलें शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य 32 चीनी मिलों ने भी गन्ना खरीद हेतु सभी औपचारिकताएँ पूर्ण कर ली हैं और उनका संचालन अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा।
गन्ना आयुक्त ने बताया कि शेष 69 चीनी मिलें भी जल्द ही पेराई कार्य प्रारंभ करेंगी। उन्होंने कहा कि सभी चीनी मिलों को वर्तमान पेराई सत्र 2025-26 के गन्ना मूल्य का त्वरित भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कुछ मिलों ने भुगतान प्रक्रिया भी आरंभ कर दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि समय से चीनी मिलों के संचालन से किसानों को गेहूं की बुवाई के लिए खेत खाली करने में आसानी होगी, जिससे उत्पादन चक्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सरकार का लक्ष्य है कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान और सुविधाएँ प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए।
