शिलांग/इंदौर: राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी की संलिप्तता अब लगभग स्पष्ट हो चुकी है। जांच में सामने आया है कि सोनम और राजा दोनों के पास शिलांग और चेरापूंजी में मोबाइल फोन थे, जिनकी आखिरी लोकेशन हत्या स्थल के बेहद नजदीक पाई गई है।
हत्या के बाद सोनम ने अपने दो फोन और राजा का एक फोन ठिकाने लगा दिया। शिलांग पुलिस अब इन सभी तीनों फोन की बरामदगी में जुटी हुई है, जिनका उपयोग हत्या से पहले और बाद में किया गया।
पुलिस को शक है कि सोनम ने इंटरनेट पर मर्डर स्पॉट से जुड़ी गूगल सर्चिंग की थी, जहां राजा को ले जाकर हत्या करवाई गई थी। इतना ही नहीं, राजा की लाश को खाई में फेंकने में भी सोनम ने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स की मदद की।
हत्या के बाद सोनम समेत तीनों आरोपी तीन स्कूटी से एक तय जगह पर पहुंचे, जहां बातचीत और आगे की रणनीति बनाई गई। उसके बाद सोनम ने शिलांग से टैक्सी हायर कर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां से ट्रेन पकड़कर इंदौर आ गई।
शिलांग पुलिस अब टैक्सी ड्राइवर की तलाश कर रही है जिससे सोनम गुवाहाटी पहुंची थी, ताकि उससे पूछताछ कर बयानों की पुष्टि हो सके। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि सोनम की वापसी की टिकट किसने करवाई, और वह ट्रेन में किसके फोन का इस्तेमाल कर राज कुशवाहा से संपर्क में थी।
सबसे अहम बात यह है कि सोनम ने कबूल कर लिया है कि वह हत्या में शामिल थी, जिससे पूरे मामले को लेकर पुलिस अब अंतिम निष्कर्ष की ओर बढ़ रही है।
