केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिक्किम में बागवानी महाविद्यालय भवन का वर्चुअल उद्घाटन किया

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती, बांस, औषधीय पौधों की रोपण जैसी गैर-परंपरागत फसलों को बढ़ावा देने के कारण सिक्किम की बागवानी गतिविधियों में बहुत विविधता आई है।

Shivraj Singh Chouhan Virtually Unveils College of Horticulture Building in Sikkim
Shivraj Singh Chouhan Virtually Unveils College of Horticulture Building in Sikkim

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल के अंतर्गत सिक्किम के बर्मीओक स्थित बागवानी महाविद्यालय के प्रशासनिक एवं शैक्षणिक भवन और वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला का वर्चुअल उद्घाटन किया। कार्यक्रम में सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, सिक्किम के कृषि मंत्री पूरन कुमार गुरुंग, कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।

इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भले ही आज मैं सशरीर सिक्किम में मौजूद नहीं हूं लेकिन मेरी अंतरात्मा बर्मिओक के बागवानी महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन में आपके बीच ही है। भारत सरकार के प्रतिनिधि के नाते भागीरथ चौधरी वहां उपस्थित हैं। चौहान ने कहा कि नवनिर्मित भवन का निर्माण 52 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। इसके निर्माण से सिक्किम के हमारे बेटे-बेटियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं मिलेगी। शिवराज सिंह ने कहा कि सिक्किम अद्भुत प्रदेश है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर सिक्किम की जलवायु अद्भुत है। सिक्किम की धरती पर एवोकाडो, कीवी, बड़ी इलायची, आर्किड सहित सब्जियों में अदरक, हल्दी, टमाटर और गोभियों की व्यापक संभावनाएं हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती, बांस, औषधीय पौधों की रोपण जैसी गैर-परंपरागत फसलों को बढ़ावा देने के कारण सिक्किम की बागवानी गतिविधियों में बहुत विविधता आई है। उन्होंने कहा कि सिक्किम एक जैविक राज्य है। केमिकल फर्टिलाइजर से दूर शुद्ध उत्पाद यहां के किसान सिक्किम ही नहीं, पूरे देश में पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसके लिए मैं यहां के किसान भाई-बहनों को प्रणाम करता हूं।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की खेती तेजी से आगे बढ़ रही है। हमारे पर्वतीय राज्यों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि सिक्किम में खेती को आगे बढ़ाने में भारत सरकार अपनी ओर से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। यहां की अनुपम जलवायु के कारण सिक्किम की जो विशेषताएं हैं, उनका कैसे हम और ज्यादा दोहन कर पाएं, इसकी हम कोशिश करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में जैविक उत्पादन बढ़ रहा है और यह आज की जरूरत भी है।

Shivraj Singh Chouhan Virtually Unveils College of Horticulture Building in Sikkim

केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि खेती को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 सूत्र हैं। इसमें उत्पादन बढ़ाना और उत्पादन की लागत घटाना, उत्पादन के ठीक दाम देना, नुकसान हो जाए तो उसकी भरपाई करना। इसके साथ ही कृषि का विविधीकरण। उन्होंने कहा कि फूलों की खेती, बांस की खेती, बागवानी में किसानों की आय में वृद्धि करने की संभावना है। इसके साथ ही चौहान ने कहा कि एक चिंता यह है कि हम कैसे जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें। केमिकल फर्टिलाइजर के अत्यधिक उपयोग के कारण अनेकों प्रकार के रोगों को हमने एक प्रकार से निमंत्रण दिया है। ये धरती केवल हमारी नहीं है बल्कि आने वाली हमारी पीढ़ियों के लिए भी है। अगर ऐसे ही केमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग होता रहा तो आने वाले दिन आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत शुभ नहीं होंगे।

शिवराज सिंह चौहान ने कृषि के विद्यार्थियों से कहा कि वे कृषि से संबंधित शिक्षा प्राप्त करने के बाद कृषि कार्यों से ही जुड़े रहें। या तो खेती करें या खेती से संबंधित स्टार्टअप्स प्रारंभ करें, नए इनोवेशन करें, नई तकनीक का इस्तेमाल करके कैसे हम खेती को और आगे बढ़ा सकते हैं इसके लिए प्रयत्न करें, क्योंकि कृषि में अपार संभावनाएं हैं। आज भी कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा। देश की 46 प्रतिशत आबादी को खेती ही रोजगार दे रही है। कृषि भवन, नई दिल्ली से ICAR के महानिदेशक डॉ. मांगीलाल जाट भी कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े।

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