नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की तारीफ की, जिसे लेकर पार्टी में हड़कंप मच गया है। थरूर के इस कदम के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने उनके रवैये पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने थरूर पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आपको लगता है कि बीजेपी या पीएम मोदी की रणनीतियां आपकी पार्टी से बेहतर काम कर रही हैं, तो आपको इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “अगर आप जवाब नहीं दे रहे हैं, तो आप ढोंगी हैं। आप कांग्रेस में क्यों हैं?” दीक्षित का कहना था कि थरूर के इस रवैये से यह लगता है कि उन्हें पार्टी की नीतियों और देश के हालात का सही ज्ञान नहीं है।
कांग्रेस की एक और नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी थरूर के पीएम मोदी के भाषण की तारीफ करने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मुझे पीएम मोदी के भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिसकी तारीफ की जाए। मैं समझ नहीं पाई कि थरूर को इसमें क्या अच्छा लगा।” श्रीनेत ने यह भी कहा कि पीएम को निष्पक्ष पत्रकारिता और समाज के सवालों का जवाब देना चाहिए और इसलिए उनकी तारीफ करने का कोई कारण नहीं दिखता।
Attended PM @narendramodi’s #RamnathGoenkaLecture at the invitation of @IndianExpress last night. He spoke of India's "constructive impatience" for development and strongly pushed for a post-colonial mindset.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 18, 2025
The PM emphasized that India is no longer just an 'emerging market'… pic.twitter.com/97HwGgQ67N
शशि थरूर ने इस सप्ताह की शुरुआत में पीएम मोदी के भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि भाषण ने आर्थिक दृष्टिकोण और सांस्कृतिक सक्रियता पर जोर दिया और राष्ट्र को प्रगति के लिए प्रेरित किया। थरूर ने कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत अब सिर्फ एक ‘उभरता हुआ बाजार’ नहीं है, बल्कि दुनिया के लिए एक ‘उभरता हुआ मॉडल’ है। उन्होंने बताया कि उन पर अक्सर ‘चुनाव मोड’ में रहने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन वास्तव में वह लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए ‘इमोशनल मोड’ में रहते हैं।
थरूर की पीएम मोदी की तारीफ के बाद कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। वे पहले भी कई मौकों पर पार्टी से अलग राय रखते हुए केंद्र सरकार की नीतियों की सराहना कर चुके हैं। इस बार भी उनके रुख ने पार्टी में घमासान पैदा कर दिया है। कई वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि थरूर की टिप्पणियों ने कांग्रेस की छवि और उसकी नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं।
सपा से लेकर बीजेपी तक राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि थरूर का यह रुख कांग्रेस के भीतर मतभेदों को और गहरा कर सकता है। अब देखना यह है कि पार्टी नेतृत्व इस विवाद को कैसे संभालता है और थरूर की टिप्पणियों पर क्या प्रतिक्रिया देता है।
