अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में एक बार फिर ऐतिहासिक क्षण देखने को मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या पहुंचेंगे, जहां वे श्रीराम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे। इससे पहले 15 नवंबर से मंदिर परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) अपने हाथों में ले लेगी। इस संबंध में एसपीजी ने मंदिर निर्माण एजेंसी को 12 नवंबर तक परिसर खाली करने के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, 10 नवंबर तक मंदिर का प्रमुख निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और केवल फिनिशिंग व सजावट का कार्य बचेगा। प्रधानमंत्री मोदी ध्वजारोहण के बाद मंदिर परिसर का भ्रमण भी करेंगे, इसलिए पूरे क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। निर्माण सामग्री को अन्यत्र शिफ्ट किया जा रहा है, वहीं परिसर की साज-सज्जा का कार्य तेज़ी से चल रहा है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त 2020 को श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया था। 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे, जहां पीएम मुख्य यजमान रहे थे। अब 25 नवंबर को, राम विवाह पंचमी की शुभ तिथि पर, मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण किया जाएगा।
इससे पहले 21 से 25 नवंबर तक पांच दिवसीय वैदिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। अयोध्या और काशी के विद्वान आचार्यों की उपस्थिति में यह अनुष्ठान संपन्न होंगे। प्रशासन और ट्रस्ट ने मिलकर मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां तेज़ कर दी हैं, ताकि प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
