जयपुर: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं से एआईसीसी के सर्कुलर और निर्देशों को बूथ स्तर तक ले जाने का आह्वान किया।
खड़गे ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश की एकता पर बल दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इतने बड़े आतंकी हमले के बाद भी सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री का अनुपस्थित रहना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि “देश पहले, पार्टी और धर्म बाद में” के सिद्धांत को अपनाएं। बाबा साहब अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान को सर्वोपरि बताते हुए उन्होंने आरएसएस की नीतियों पर सवाल उठाए।
खड़गे ने भाजपा और मोदी सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने, ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग और देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस के ऐतिहासिक योगदान जैसे आज़ादी आंदोलन, हरित क्रांति, IIT संस्थाओं की स्थापना और खाद्य सुरक्षा कानून का भी उल्लेख किया।
भाजपा शासन में दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार बढ़ने का आरोप लगाते हुए खड़गे ने कार्यकर्ताओं से अत्याचारों के खिलाफ एकजुट संघर्ष की अपील की।
टीडीपी और जेडीयू के एनडीए गठबंधन में खींचतान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए अंदर से कमजोर हो रहा है।
खड़गे ने मोदी सरकार के “12 बड़े झूठ” — काला धन वापसी, हर खाते में 15 लाख रुपये, रोजगार सृजन, महंगाई नियंत्रण, गंगा सफाई और किसानों की आय दोगुनी करने जैसे वादों को झूठा करार दिया।
राहुल गांधी द्वारा दिए गए “बापू जिंदाबाद, जय भीम, जय हिंद, जय संविधान” नारों का समर्थन करते हुए खड़गे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से गांव-गांव जाकर जन-जागरण अभियान चलाने का आह्वान किया।
अपने भाषण के अंत में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस एकजुट हो गई तो भाजपा को सत्ता से हटाना संभव है।
