नई दिल्ली: दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (IGI) पर शुक्रवार को एयर नेविगेशन सिस्टम में तकनीकी खराबी आने के कारण करीब 800 फ्लाइट्स लेट हो गईं। इस बड़ी तकनीकी समस्या के चलते हजारों यात्रियों को हवाईअड्डे पर घंटों तक भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि, शुक्रवार रात करीब 9 बजे तक इस समस्या का समाधान कर लिया गया, जिसके बाद एयरपोर्ट पर स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। अब फ्लाइट्स के आने-जाने में सिर्फ 19-20 मिनट का ही मामूली फर्क देखा जा रहा है।
ऑटोमेटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई इस तकनीकी खराबी का असर शुक्रवार सुबह से ही उड़ानों के संचालन पर देखा गया, जिसके कारण उड़ानों में भारी देरी हुई। यह सिस्टम फ्लाइट्स की जानकारी और प्लानिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम का सर्वर डाउन होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में पुष्टि हुई कि यह खराबी ऑटोमेटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम में थी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने रात 8:56 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि AMSS सिस्टम अब वापस चालू हो चुका है। हालांकि, प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया कि पहले से जमा हुए काम को खत्म करने में थोड़ा समय लगेगा, इसलिए कुछ उड़ानों में अभी भी हल्की देरी रह सकती है। तकनीकी खराबी की वजह से हजारों यात्री एयरपोर्ट पर ही फंसे रहे और उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
अब कितनी लेट हैं फ्लाइट्स?
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, शुक्रवार रात तक तकनीकी दिक्कत पूरी तरह दूर कर ली गई थी। फ्लाइट रडार के अनुसार, अब फ्लाइट्स के आने में औसत देरी लगभग 5 मिनट और जाने में औसत देरी लगभग 19 मिनट की है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, अभी तक कुल 129 फ्लाइट्स लेट हैं, जिनमें आने वाली 53 और जाने वाली 76 फ्लाइट्स शामिल हैं। कल रात से मुंबई-दिल्ली की ज़्यादातर फ्लाइट्स समय पर चल रही हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट्स थोड़ी देरी से चल रही हैं, जबकि वहाँ से जाने वाली फ्लाइट्स समय पर हैं। कुल मिलाकर, शुक्रवार की तुलना में हवाईअड्डे पर हालात अब सामान्य हो रहे हैं।
