शिलांग: इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में आज एक बड़ा मोड़ आया, जब मेघालय पुलिस की विशेष जांच दल (SIT) सोनम रघुवंशी और हत्या के तीनों आरोपी विशाल, आकाश, आनंद को लेकर घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए पहुंची। इस दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल किया और हत्या के भयावह पलों को दोहराया।
घटनास्थल से एसपी विवेक ने बताया कि SIT की टीम आरोपियों को पार्किंग लॉट ले गई, जहां उन्होंने स्कूटी पार्क की थी। उस जगह पर भी ले जाया गया, जहां राजा ने स्कूटी स्टार्ट की थी और तस्वीरें खींची थीं।
हत्या का विवरण और हथियारों का इस्तेमाल:
एसपी विवेक के मुताबिक, आरोपियों को उस जगह ले जाया गया जहां उन्होंने राजा को मौत के घाट उतारा था। उन्होंने बताया कि राजा पर तीन भारी वार किए गए, और तीनों आरोपियों (विशाल, आकाश, आनंद) ने एक-एक वार किया। इस जघन्य वारदात में दो ‘दाऊ’ (Dao) हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। इनमें से एक नारंगी रंग का दाऊ बरामद कर लिया गया है, लेकिन दूसरा, स्टील रंग का दाऊ, अभी तक बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने आज दूसरे दाऊ को बरामद करने की कोशिश की, लेकिन बारिश के कारण सफलता नहीं मिली, जिसके बाद SDRF की टीम कल फिर से सर्च ऑपरेशन चलाएगी।
सोनम की भूमिका और हत्या के पल
एसपी ने बताया कि राजा का कत्ल सोनम के सामने ही किया गया था। सोनम के इशारे का इंतजार कर रहे दोनों आरोपी (राइट और लेफ्ट में) मौजूद थे। रिक्रिएशन के दौरान सोनम ने कबूल किया कि पहला हमला विशाल ने किया, जिससे राजा का खून बहने लगा। खून देखकर सोनम चिल्लाई और वहां से पीछे हटकर भागी। सोनम ने पार्किंग में ही किलर्स को राजा की हत्या करने का इशारा कर दिया था। हत्या के बाद, तीनों किलर्स ने ही राजा के शव को खाई में फेंका।
सबूत मिटाने के प्रयास और फरार आरोपी:
पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद सोनम एक फोन को नष्ट कर दिया और दूसरा फोन इंदौर लेकर गई। अभी तक सोनम के दोनों फोन बरामद नहीं हुए हैं। हत्या के बाद, सोनम एक आरोपी को स्कूटी पर बिठाकर लगभग दस किलोमीटर दूर तक गई, जबकि अन्य दो आरोपी अलग स्कूटी से फरार हुए। जिस खाई में राजा के शव को फेंका गया था, दूसरा दाऊ भी वहीं फेंका गया है, जिसकी बरामदगी का प्रयास जारी है।
जांच के नए एंगल:
एसपी विवेक ने स्पष्ट किया कि राजा रघुवंशी की हत्या सिर्फ लव ट्रायंगल तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस वित्तीय एंगल सहित कई अन्य संभावित पहलुओं पर भी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि सोनम के परिवार से भी पूछताछ की जाएगी, क्योंकि इस केस में अभी बहुत सारे एंगल बाकी हैं।
एसपी शिलांग ने यह भी बताया कि इस घटना से पहले कोई भी आरोपी शिलांग नहीं आया था। उन्होंने राज (जिसके घर सोनम इंदौर में रुकी थी) के शिलांग न आने का कारण भी बताया कि वह सोनम के परिवार में कर्मचारी था और अगर वह आता तो शक हो सकता था, इसलिए वह इंदौर में ही रुका।
