Ayodhya Ram Mandir Flag Hoisting: अयोध्या एक बार फिर बड़े ऐतिहासिक अवसर के स्वागत के लिए पूरी तरह सज चुकी है। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे और राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराकर ध्वजारोहण समारोह की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री का अयोध्या हवाई अड्डे से साकेत महाविद्यालय तक हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचना प्रस्तावित है। यहां से वे शंकराचार्य प्रवेश द्वार यानी मंदिर परिसर के गेट नंबर 11 से प्रवेश करेंगे, जिसे विशेष रूप से वीवीआईपी मार्ग के रूप में तैयार किया गया है।
8,000 अतिथियों के लिए भव्य सिटिंग प्लान
इस समारोह में शामिल होने वाले लगभग आठ हजार आमंत्रित अतिथियों के लिए बैठने की पूरी व्यवस्था शुरू कर दी गई है। सीटिंग प्लान के अनुसार विभिन्न ब्लॉकों में कुर्सियां लगाई जा रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के अनुसार कुल 19 ब्लॉकों में बैठने की व्यवस्था होगी और अलग-अलग वर्गों के लिए अलग-अलग रंग के पंडाल तैयार किए गए हैं। प्रत्येक रंग को पांच जिलों के समूह के आधार पर निर्धारित किया गया है। अतिथियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए हर ब्लॉक में एक समन्वय टीम तैनात की गई है, जो दर्शन, प्रसाद वितरण, जलपान और पानी की व्यवस्था भी संभालेगी।
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़े वाहन और स्कॉर्ट दल रविवार को ही अयोध्या पहुंच गए हैं। एसपीजी पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए है। कार्यक्रम के अनुसार मोदी हवाई अड्डे से हेलीकॉप्टर द्वारा साकेत कॉलेज के मैदान में उतरेंगे और फिर रामपथ से होते हुए टेढ़ी बाजार मार्ग के जरिए मंदिर परिसर पहुंचेंगे।
सुरक्षा के मद्देनजर लगभग 15 किलोमीटर के दायरे में एटीएस, एसटीएफ, स्वाट कमांडो, पैरामिलिट्री बल और विभिन्न खुफिया एजेंसियों की तैनाती की गई है। मंदिर परिसर समेत पूरे शहर में कड़ी निगरानी जारी है और प्रमुख चौराहों पर पुलिस पिकेट के साथ व्यापक जांच अभियान चलाया जा रहा है। राम मंदिर परिसर में चल रहे पांच दिवसीय अनुष्ठान के दौरान भी सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत सतर्क और मजबूत रखी गई है, ताकि समारोह में किसी भी प्रकार की बाधा न पहुंचे।
