अहमदाबाद: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज गुजरात में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुजरात आए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों में, जम्मू-कश्मीर के पर्यटन में महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात का भी बड़ा योगदान रहा है।
पर्यटन और सुरक्षा पर बयान:
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद वे कई राज्यों में जा रहे हैं ताकि यह संदेश दिया जा सके कि जम्मू-कश्मीर का पर्यटन बंद नहीं है, बल्कि सभी के लिए खुला है।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए वे पूरी तरह आश्वस्त हैं, और कहा कि “जब तक हम संतुष्ट नहीं होते हैं, तब तक कोई भी स्थान पर्यटकों के लिए खुला नहीं है।”
आतंकवादी हमलों के बारे में उन्होंने कहा कि आतंकवादी रिहायशी इलाकों के बजाय उच्च पर्वतीय और जंगली क्षेत्रों में हमला करते हैं।
पहलगाम हमले के बाद पर्यटन पर पड़े प्रभाव को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि पहले 45 उड़ानें थीं, जो घटकर 15-16 रह गईं थीं, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 25-30 तक पहुंच गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमरनाथ यात्रा के बाद इसमें और तेजी आएगी।
होटलों के किराए पर बयान:
होटलों के ऊंचे किराए के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह पर्यटक के चयन पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि कुछ पर्यटक ₹1 लाख का होटल पसंद करते हैं, जबकि कुछ कम कीमत वाले होटलों में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों की भीड़ ही पर्यटन की सफलता को दर्शाती है। उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (SOU) का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी काफी भीड़ थी।
जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर दर्द:
मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के मुद्दे पर अपना दर्द व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमने मजबूरी में यूटी बनाया। हमें लगता है कि हम अनाकर्षक हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें शुरू से ही सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की यात्रा:
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की यात्रा पर उन्होंने कहा कि वे इस पर राजनीति नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने सीखा है कि सरदार साहब बचपन से ही एक आयरन मैन हैं।” उन्होंने कहा कि वे वहां जाना चाहते थे और इसीलिए गए।
अमेरिकी टैरिफ पर बयान:
अमेरिकी टैरिफ के मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस पर उनका बयान महत्वपूर्ण नहीं है, क्योंकि यह भारत सरकार का विषय है। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि “कल सुबह जागने पर 25% का टैरिफ 5 या 10% भी हो सकता है।”
