ब्रिजटाउन, बारबाडोस: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए, 5 से 12 अक्टूबर, 2025 तक आयोजित होने वाले 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में भाग लेने के लिए बारबाडोस के ब्रिजटाउन पहुँच गए हैं। यह सम्मेलन राष्ट्रमंडल भर के सांसदों के सबसे बड़े सम्मेलनों में से एक है, जो लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने, सुशासन को बढ़ावा देने और संसदीय कूटनीति तथा सहयोग के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए विचारों के आदान-प्रदान का मंच प्रदान करता है।
ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, सांसद अनुराग शर्मा, सांसद डॉ. डी. पुरंदेश्वरी, डॉ. के. सुधाकर, श्रीमती रेखा शर्मा, डॉ. अजीत माधवराव गोपछड़े, लोकसभा के महासचिव श्री उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा के महासचिव श्री पीसी मोदी शामिल हैं।
Truly inspiring to attend the Opening Ceremony of the 68th Commonwealth Parliamentary Conference in Barbados, alongside Speakers and leaders from around the world. “The Commonwealth – A Global Partner” reminds us that through dialogue, cooperation & shared democratic values, we… pic.twitter.com/0gCDRRwKH0
— Om Birla (@ombirlakota) October 8, 2025
सम्मेलन के एक भाग के रूप में, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला आज एक प्रमुख कार्यशाला की अध्यक्षता करेंगे जिसका विषय है: “प्रौद्योगिकी का लाभ: डिजिटल परिवर्तनों के माध्यम से लोकतंत्र को बढ़ावा और डिजिटल विभाजन से निपटारा।”
इसके अलावा, बिरला 68वें राष्ट्रमंडल सम्मेलन की आम सभा को “राष्ट्रमंडल: एक वैश्विक साझेदार” विषय पर संबोधित करेंगे, जिसमें वे लोकतांत्रिक मूल्यों, समावेशी शासन, संसदीय पारदर्शिता और वैश्विक संसदीय सहयोग के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे।
Landed in Bridgetown, Barbados for the 68th Commonwealth Parliamentary Conference. As nations with shared democratic traditions, the Commonwealth offers a unique platform to shape a more inclusive and cooperative global order. Looking forward to meaningful deliberations under the… pic.twitter.com/EQPn1MuVRX
— Om Birla (@ombirlakota) October 7, 2025
सप्ताह भर चलने वाले इस सम्मेलन के दौरान समसामयिक मुद्दों पर सात विषयगत कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें भारत के 24 राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश के विधायी सदनों के 36 पीठासीन अधिकारियों सहित भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भाग लेंगे।
बिरला इस दौरान अन्य राष्ट्रमंडल देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे, जिसमें आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और संसदीय सहयोग को और बढ़ाया जाएगा। बारबाडोस की संसद द्वारा आयोजित 68वीं सीपीसी, राष्ट्रमंडल भर के 180 से अधिक राष्ट्रीय, राज्य और प्रांतीय विधायिकाओं के 600 से अधिक प्रतिनिधियों को एक साथ लाती है। भारत राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की पहलों में एक सक्रिय भागीदार रहा है।
