Mumbai Hostage Crisis: मुंबई के पवई इलाके में बुधवार को घटित हुए बंधक कांड का अंत पुलिस मुठभेड़ के साथ हुआ। आर ए स्टूडियो में कई बच्चों को बंधक बनाने वाले आरोपी रोहित आर्या की गोली लगने से मौत हो गई है। रोहित ने पवई के आर ए स्टूडियो में 17 बच्चों सहित कुल 19 लोगों को बंधक बना लिया था।
आर ए स्टूडियो की पहली मंजिल पर एक्टिंग क्लासेस चलती हैं और बताया जा रहा है कि घटना के समय करीब 100 बच्चे ऑडिशन के लिए वहां पहुंचे थे। स्टूडियो में काम करने वाले और यूट्यूब चैनल चलाने वाले रोहित आर्या ने इनमें से 17 बच्चों और दो अन्य लोगों को बंधक बना लिया। सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन और बड़ी संख्या में पुलिस बल स्टूडियो के बाहर जमा हो गया।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्टूडियो को चारों ओर से घेर लिया। कमांडो, एटीएस (ATS), दमकल टीम और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पहले पुलिस ने रोहित से बातचीत कर बंधकों को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन जब यह नाकाम रही तो पुलिस ने एक साहसिक कदम उठाया। जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम मुख्य दरवाजे के बजाय बाथरूम के रास्ते उस कमरे में दाखिल हुई, जहां बंधकों को रखा गया था।
बताया गया है कि इस दौरान रोहित ने बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की कोशिश की और पुलिस पर गोली भी चलाई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में रोहित को गोली लगी, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
Man holds 15–20 children hostage at a studio in Mumbai’s Powai and released a video saying he wants to speak with specific people and be allowed to meet them.
— The Tatva (@thetatvaindia) October 30, 2025
In the video, he threatened that if he’s not permitted to do so, he will set the studio on fire and harm himself and the… pic.twitter.com/UWG6Th95n9
आतंकवादी नहीं, साधारण मांगें:
आरोपी रोहित आर्या का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह खुद को आतंकवादी मानने से इनकार करता है। वीडियो में उसने कहा, “मैंने कुछ बच्चों को यहां बंधक बनाकर रखा है। मेरी बहुत साधारण और नैतिक मांगें और कुछ सवाल हैं। मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं… मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं, न ही मैं बहुत ज्यादा पैसे की मांग करता हूं, और मैं कोई अनैतिक मांग नहीं कर रहा हूं।” उसने वीडियो में यह भी धमकी दी थी कि यदि उसे उकसाया गया तो वह जगह को आग लगा देगा और उसने यह कदम आत्महत्या करने के बजाय उठाया है।
पुलिस ने घटनास्थल से एक एयरगन और कुछ केमिकल पदार्थ भी बरामद किए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच की जा रही है। पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के चलते सभी 17 बच्चों सहित 19 बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस घटना ने मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन पुलिस की तत्परता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
