नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा का पाँचवाँ सत्र, जो 21 जुलाई, 2025 को शुरू हुआ था, 21 अगस्त, 2025 को समाप्त हो गया। सत्र के आखिरी दिन अपने समापन भाषण में, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में लगातार और नियोजित व्यवधानों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की।
बिरला ने कहा कि सदन में नारेबाजी, तख्तियां दिखाना और नियोजित व्यवधान संसदीय कार्यवाही की गरिमा को ठेस पहुँचाते हैं। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि वे जनहित के मुद्दों पर गंभीर और सार्थक चर्चा के लिए अपने समय का सदुपयोग करें। उन्होंने बताया कि इस सत्र में 120 घंटे कामकाज करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लगातार गतिरोध के कारण सदन में मात्र 37 घंटे ही काम हो पाया।
लोकसभा अध्यक्ष ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि सत्र के दौरान जिस तरह की भाषा और व्यवहार देखा गया, वह संसद की मर्यादा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि वे संयमित और शालीन भाषा का उपयोग करें। बिरला ने बताया कि सत्र में 14 सरकारी विधेयक पेश किए गए और 12 विधेयक पारित किए गए।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर 28 जुलाई को चर्चा शुरू हुई थी और 29 जुलाई को प्रधानमंत्री के जवाब के साथ समाप्त हुई। साथ ही, 18 अगस्त को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों पर एक विशेष चर्चा भी शुरू की गई थी।
18वीं लोक सभा के पाँचवें सत्र का समापन आज हो गया है।
— Om Birla (@ombirlakota) August 21, 2025
यह सत्र 21 जुलाई, 2025 को आरंभ हुआ था। इस सत्र में 14 सरकारी विधेयक पुर:स्थापित किए गए तथा कुल 12 विधेयक पारित किए गए। दिनांक 28 और 29 जुलाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा हुई, जिसका समापन माननीय प्रधानमंत्री जी के उत्तर के… pic.twitter.com/tEtMMkTHIq
