केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी 10 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कोलकाता की अलीपुर क्षेत्रीय प्रयोगशाला में अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) परीक्षण सुविधा का उद्घाटन करेंगे। यह सुविधा भारत के सतत गतिशीलता और कार्बन उत्सर्जन कम करने के मिशन को मज़बूती देगी।
यह नई प्रयोगशाला ईवी बैटरियों और पुर्जों पर विद्युत सुरक्षा, एफसीसी/आईएसईडी अनुपालन, कार्यात्मक सुरक्षा, स्थायित्व, जलवायु परीक्षण, यांत्रिक और भौतिक सुरक्षा जैसे परीक्षण करेगी। खासतौर पर पूर्वी भारत के ईवी बैटरी निर्माताओं को यह सुविधा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त परीक्षण और प्रमाणन उपलब्ध कराएगी।
यह सुविधा इलेक्ट्रिक वाहनों की गुणवत्ता और सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय मानक स्थापित करेगी। इससे निर्माताओं को उत्पाद की विश्वसनीयता बढ़ाने, त्रुटियों की त्वरित पहचान करने और कड़े नियमों के अनुपालन में सहायता मिलेगी। साथ ही, उपभोक्ताओं का भरोसा भी मज़बूत होगा और भारत की ग्रीन मोबिलिटी यात्रा को गति मिलेगी।
सरकार की यह पहल एक सशक्त ईवी इकोसिस्टम बनाने, आयात पर निर्भरता घटाने और घरेलू निर्माताओं को किफ़ायती परीक्षण सेवाएं उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसके साथ ही, नेशनल टेस्ट हाउस (NTH) भारत को सतत परिवहन और गुणवत्ता आश्वासन अवसंरचना में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा में काम करेगा।
भारत ने 2030 तक 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों (30@30 लक्ष्य) का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इसे हासिल करने के लिए आवश्यक है कि ईवी और उनके घटक कठोर परीक्षण, सत्यापन और प्रमाणन प्रक्रिया से गुजरें, ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन सुनिश्चित हो सके।
