देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) पिछले पांच दिनों से गंभीर परिचालन अव्यवस्था से जूझ रही है, जिसके चलते सैकड़ों उड़ानें रद्द हुईं और हजारों यात्री प्रभावित हुए। हालात बिगड़ने पर शनिवार को विमानन नियामक DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने कड़ा रुख अपनाते हुए इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोर्केरास को कारण बताओ नोटिस जारी किया और 24 घंटे में जवाब मांगा है।
DGCA ने नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा कि बड़े पैमाने पर उड़ानों की देरी और रद्दीकरण से पता चलता है कि एयरलाइन की योजना, निगरानी और संसाधन प्रबंधन में गंभीर चूक हुई है। नियामक के अनुसार, उड़ानों में आई अव्यवस्था का मुख्य कारण एयरलाइन द्वारा FDTL (फ़्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) के नए नियमों के लिए समय पर पर्याप्त व्यवस्था न करना है।
इंडिगो ने स्वीकारी समस्या, 95% कनेक्टिविटी बहाली का दावा
इसी बीच, इंडिगो ने अपने आधिकारिक बयान में स्वीकार किया कि नेटवर्क को रीबूट करने के लिए उन्हें बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। एयरलाइन ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने 700 से थोड़ा अधिक उड़ानें संचालित कीं, जबकि उन्होंने 113 गंतव्यों को जोड़ा। इंडिगो ने कहा कि यह कदम सिस्टम, रोस्टर और नेटवर्क को स्थिर करने के लिए जरूरी था ताकि अगले दिन से संचालन सामान्य हो सके।
एयरलाइन के बयान के अनुसार, आज रविवार को इंडिगो 1,500 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही है और उनकी 95% नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है। इंडिगो ने स्पष्ट किया कि वे 138 में से 135 गंतव्यों पर उड़ानें शुरू कर चुके हैं।
— IndiGo (@IndiGo6E) December 6, 2025
यात्रियों से मांगी माफी और भविष्य के लिए निर्देश
एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा, “हम जानते हैं कि हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन हम अपने ग्राहकों का भरोसा वापस पाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने इस कठिन समय में सहयोग के लिए अपने यात्रियों और स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री के रममोहन नायडू ने भी एयरलाइन CEO के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। मंत्रालय ने इंडिगो को भविष्य में ऐसी अव्यवस्था न होने देने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
