Goa Nightclub Fire: थाईलैंड की अधिकारियों ने गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब में लगी भीषण आग के मामले में को-ओनर गौरव और सौरभ लूथरा को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, दोनों भाइयों को प्रत्यर्पित करने के लिए बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास थाई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।
सूत्रों ने बताया कि घटना के पांच दिन बाद लूथरा भाई फुकेट भाग गए थे, लेकिन भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि थाईलैंड में स्थानीय कानूनों के तहत दोनों की कार्रवाई की जा रही है, जिसमें भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी शामिल है।
6 दिसंबर की आधी रात को नॉर्थ गोवा के अरपोरा गांव में स्थित इस नाइटक्लब में भीषण आग लगी थी, जिसमें कई कर्मचारियों और पर्यटकों सहित कुल 25 लोगों की मौत हो गई।
नए मोड़ में जमीन विवाद
इस केस में नया मोड़ तब आया जब दो व्यक्तियों- बालकृष्ण दिउकर और कृष्णा दिउकर ने दावा किया कि जिस जमीन पर नाइटक्लब बना था, वह उनकी पैतृक संपत्ति है। उनके अनुसार, अधिकारियों ने उनकी अनुमति के बिना जमीन के एक हिस्से को ‘सॉल्ट-पैन’ क्षेत्र से ‘सेटलमेंट जोन’ में बदल दिया था, जिससे नाइटक्लब को फायदा मिला।
मालिकों ने कहा कि उन्हें हाल ही में यह जानकारी मिली कि सरकार ने बिना नोटिस के जमीन का जोन बदल दिया था, जबकि मामला अदालत में लंबित था। आग की घटना के बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अवैध निर्माणों पर सख़्त कार्रवाई के आदेश दिए और सॉल्ट-पैन क्षेत्र में बने सभी गैरकानूनी ढांचों को हटाने का निर्देश जारी किया।
इस मामले की जांच जारी है और लूथरा भाइयों के प्रत्यर्पण के बाद घटनाक्रम में और भी अहम खुलासे होने की संभावना है।
