नई दिल्ली: अवैध कोयला कारोबार में शामिल माफिया और उनसे जुड़े नेटवर्क के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई शुरू की। झारखंड और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों में एक साथ 40 से अधिक स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई अवैध खनन, अनधिकृत परिवहन और कोयला भंडारण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों को लेकर की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमें पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, कोलकाता, पुरुलिया और हावड़ा जिलों के कई ठिकानों पर छापे मार रही हैं। एजेंसी की नजर नरेंद्र खरका, अनिल गोयल, युधिष्ठिर घोष, कृष्ण मुरारी कयाल सहित कई कारोबारियों और कथित माफियाओं पर है। प्रारंभिक तलाशी में भारी मात्रा में नकदी और कीमती आभूषण मिलने की जानकारी सामने आई है। कई दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं, जिनका विश्लेषण किया जा रहा है।
इसी क्रम में झारखंड में भी ईडी के अधिकारियों ने 18 ठिकानों पर छापे डाले हैं। एजेंसी के अनुसार, यह सर्च ऑपरेशन कोयला चोरी, तस्करी और उससे जुड़े भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों से जुड़ा है। जांच पड़ताल में संजय उद्योग, अनिल गोयल, एलबी सिंह और अमर मंडल के नाम प्रमुख रूप से सामने आए हैं। इनके खिलाफ यह आशंका जताई जा रही है कि अवैध कारोबार के जरिए सरकारी खजाने को सैकड़ों करोड़ रुपये तक का नुकसान पहुंचाया गया है।
ईडी की यह ताजी कार्रवाई इससे पहले हुए कई सवालों और शिकायतों के बाद तेज हुई है, जहाँ लगातार आरोप लगते रहे कि अवैध कोयला माफिया प्रशासन और राजनीतिक रसूख का फायदा उठाकर गतिविधियाँ चला रहे थे। तलाशी अभियान के बाद आगे कई लोगों पर बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
