Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार ‘गंभीर’ बनी हुई है। प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए ग्रैप (GRAP) 3 भले ही लागू कर दिया गया हो, लेकिन हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। बुधवार, 12 नवंबर को दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 413 तक पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी को दर्शाता है।
इससे पहले, 11 नवंबर को यह स्तर 428 पर था। दिल्ली के विभिन्न इलाकों का हाल बेहद खराब है, जहां आरके पुरम (441), पंजाबी बाग (443), आईटीओ (434), और अलीपुर (430) में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार बना हुआ है।
दिल्ली से सटे नोएडा में भी प्रदूषण का स्तर 414 पर है, जबकि ग्रेटर नोएडा में पॉल्यूशन लेवल 398 और गुरुग्राम में 365 तक पहुंच गया है।
सरकारी निर्णयों और पाबंदियों का असर
प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के तहत, ग्रैप 3 की पाबंदियाँ लागू हैं। इसके तहत, कक्षा 5 तक के स्कूलों को बंद करके ऑनलाइन मोड में पढ़ाई जारी रखने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, गैर-जरूरी निर्माण कार्य, ध्वस्तीकरण, और पुराने डीज़ल वाहनों पर बैन लगा दिया गया है। अंतरराज्यीय डीज़ल बसों और सीमेंट, बालू जैसे जोखिम वाले सामानों की आवाजाही पर भी रोक लगाने का प्रावधान है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर डीज़ल जनरेटरों पर भी पाबंदी लगा दी गई है और कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम या हाइब्रिड मोड में काम करने की सलाह दी गई है।
कार पर निर्भरता कम करने के लिए बदले ऑफिस टाइम
लोगों की निजी कार पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से दिल्ली में सरकारी दफ्तरों के समय में भी बदलाव किया गया है। दिल्ली सरकार के दफ्तर अब सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुलेंगे, जबकि एमसीडी (MCD) कार्यालय सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होंगे। इस बदलाव के समर्थन में, मेट्रो ने भी 60 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय किया है। कर्मचारियों को कार पूलिंग के लिए भी सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। खबर है कि नोएडा और गाजियाबाद में भी ऑफिस टाइम बदला जा सकता है।
