Festival of Lights Shines Globally: दीपावली का पर्व भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जिसे पूरे देश में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। अब संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने इस गौरवशाली पर्व को अपनी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage – ICH) सूची में शामिल कर लिया है।
दिल्ली स्थित लाल किले में आयोजित यूनेस्को की बैठक के दौरान यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया। यूनेस्को ने जैसे ही ICH की सूची में संशोधन करते हुए दीपावली को शामिल किया, वैसे ही हर तरफ वंदे मातरम् और भारत माता की जय का शंखनाद गूंज उठा। यह भारत के लिए गर्व का पल है, क्योंकि यह पहली बार था जब यूनेस्को की बैठक देश में आयोजित की गई। यह बैठक 8 दिसंबर से 13 दिसंबर तक चलेगी।
🔴 BREAKING
— UNESCO 🏛️ #Education #Sciences #Culture 🇺🇳 (@UNESCO) December 10, 2025
New inscription on the #IntangibleHeritage List: Deepavali, #India🇮🇳.
Congratulations!https://t.co/xoL14QknFp #LivingHeritage pic.twitter.com/YUM7r6nUai
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसपर खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा की। पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा कि देश और दुनिया के लोगों में गजब का उत्साह है। उन्होंने दीपावली को हमारी संस्कृति और मूल्यों के बेहद करीब बताते हुए कहा कि यह हमारी सभ्यता की आत्मा, और ज्ञान तथा धर्म का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि यूनेस्को की अमूर्त विरासत सूची का हिस्सा बनने के बाद दीपावली को दुनियाभर में और अधिक लोकप्रियता मिलेगी, और प्रभु श्रीराम के आदर्श हमेशा इसी तरह शाश्वत रूप से हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
People in India and around the world are thrilled.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2025
For us, Deepavali is very closely linked to our culture and ethos. It is the soul of our civilisation. It personifies illumination and righteousness. The addition of Deepavali to the UNESCO Intangible Heritage List will… https://t.co/JxKEDsv8fT
भारत की 15 विरासतें शामिल
आपको बता दें कि यूनेस्को ने अब तक भारत की 15 चीजों को अमूर्त सांस्कृतिक सूची में शामिल किया है। इस प्रतिष्ठित लिस्ट में दीपावली के अलावा कुंभ मेले से लेकर बंगाल की दुर्गा पूजा, गुजरात का गरबा, योग, रामलीला और वैदिक मंत्रों का उच्चारण जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा, रामायण की पारंपरिक परफॉर्मेंस का नाम भी इस सूची में दर्ज किया जा चुका है।
