Cyclone Montha: चक्रवात मोंथा अब तेजी से खतरनाक रूप लेता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह तूफान आज शाम या रात में आंध्र प्रदेश के काकिनाडा के पास तट से टकरा सकता है। इसके टकराने के समय हवाओं की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। तूफान के असर से आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
आंध्र प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। आईएमडी हैदराबाद के अधिकारी जीएनआरएस श्रीनिवास राव ने बताया कि पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली और मुलुगु जिलों में ऑरेंज अलर्ट है, जबकि अन्य जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं, ओडिशा में भी अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
सीएम नायडू ने तुरंत इलाका खाली कराने को कहा
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कमजोर तटीय इलाकों के लोगों को तुरंत राहत शिविरों में पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि राहत केंद्रों में अच्छा भोजन, साफ पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा, नहरों और टैंकों की निगरानी के लिए विशेष अधिकारियों को तैनात किया गया है।
ओडिशा में बचाव की पूरी तैयारी
ओडिशा में भी बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। राज्य में 123 फायर यूनिट्स तैनात की गई हैं और आठ जिलों को रेड जोन घोषित किया गया है। ओड्राफ की टीमें नाव, राफ्ट और जनरेटर के साथ मुस्तैद हैं। गजपति और गंजम में भूस्खलन की आशंका के चलते अतिरिक्त टीमें भेजी गई हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैयार
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 23 टीमें आंध्र प्रदेश में तैनात हैं। इसके अलावा, फायर सर्विस, स्विमर और एम्बुलेंस भी तैयार हैं। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए फंड जारी कर दिया है और नुकसान को कम करने के लिए संपूर्ण एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है।
