भोपाल: मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने प्रदेश के हर परिवार में कम से कम एक सदस्य को रोजगार उपलब्ध कराने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग की समीक्षा बैठक में इस संबंध में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
सरकार अगले दो महीनों के अंतराल में प्रदेश के अलग-अलग अंचलों में उद्योग-रोजगार दिवस का आयोजन करेगी, जिसके माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही, प्रदेश के सभी अंचलों में व्यापार मेले भी लगाए जाएंगे, जिससे स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 27 जून को एमएसएमई दिवस और सितंबर माह में स्टार्ट-अप पर विशेष आयोजन किए जाएंगे। सरकार खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों की सूक्ष्म गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगी और पॉवरलूम सहित अन्य पारंपरिक उत्पादन गतिविधियों का उन्नयन किया जाएगा। सफल उद्यमियों के नवाचारों को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हो सकें।
बैठक में रतलाम कृषि उपज मंडी को आधुनिक स्वरूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार प्रदेश में रोजगार और उद्यमिता के अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और इन फैसलों से प्रदेश के हर परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
