अयोध्या में आज राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराई जा रही है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं राम नगरी पहुँचे हुए हैं। इस बड़े आध्यात्मिक कार्यक्रम के बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करके सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। अपने इस पोस्ट में उन्होंने इटावा में बन रहे ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ का ज़िक्र किया है और इशारों में अयोध्या सहित अन्य मंदिरों के दर्शन का भी संकल्प दोहराया है।
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे।”
उन्होंने आगे आस्था के विषय पर अपने विचार रखे और कहा, “आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरनेवाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है, वही बुलाती है। सच तो ये है कि हम सब तो ईश्वर के बनाएं मार्ग पर बस चलकर जाते हैं… आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें।”
पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 25, 2025
ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे।
आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरनेवाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही…
मंदिर निर्माण पूरा होने पर ही अयोध्या जाने का संकल्प
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने इससे पहले एक इंटरव्यू के दौरान अयोध्या राम मंदिर जाने को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया था। उन्होंने कहा था कि वह अयोध्या राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद ही दर्शन करने के लिए जाएँगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि इटावा में बनने वाला ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ का निर्माण भी पूरा होने वाला है, और जैसे ही यह मंदिर पूरा हो जाएगा, वह वहाँ के दर्शन करने के बाद परिवार के साथ सीधे अयोध्या जाएँगे।
सपा मुखिया अखिलेश यादव इटावा में प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर ही केदारेश्वर मंदिर का निर्माण करवा रहे हैं। यह भव्य मंदिर इटावा सफारी पार्क के सामने बन रहा है। बीती महाशिवरात्रि के अवसर पर अखिलेश यादव ने इस मंदिर का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। महाशिवरात्रि पर, यादव परिवार के सदस्य निर्माण कार्य देखने के लिए मंदिर पहुँचे थे, जहाँ तमिलनाडु से आए पुजारियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ पूजन कार्य शुरू किया था।
