वायु सेना दिवस 2025: हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर IAF की 93वीं वर्षगांठ, ‘टाइगर मॉथ’ से ‘राफेल’ तक… हेरिटेज फ्लाइट्स ने जीता दिल

वायु सेना प्रमुख ने परेड को संबोधित करते हुए भारतीय वायुसेना की साधारण शुरुआत से लेकर “विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना” बनने तक की असाधारण गौरव यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना सटीकता और गति के साथ सैन्य परिणामों को आकार देने में सक्षम है।

Air Force Day 2025: IAF's 93rd Anniversary at Hindon Air Force Station
Air Force Day 2025: IAF's 93rd Anniversary at Hindon Air Force Station

गाजियाबाद, हिंडन वायु सेना स्टेशन: भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की 93वीं वर्षगांठ 8 अक्टूबर, 2025 को गाजियाबाद स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन पर पूरे जोश और सम्मान के साथ मनाई गई। इस भव्य कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष और नौसेना प्रमुख विशेष रूप से आमंत्रित थे। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने औपचारिक परेड का निरीक्षण किया।

93वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत राष्ट्रपति ध्वज की मार्चिंग से हुई, जो गौरव, एकता और सैन्य भावना का प्रतीक है। वायु सेना प्रमुख का स्वागत उनके आगमन पर तीन एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा हवाई सलामी देकर किया गया। औपचारिक परेड का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन चेतन प्रदीप देशपांडे ने किया। वायु योद्धा ड्रिल टीम ने अपनी तीक्ष्ण और समन्वित गतिविधियों से उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह के समापन पर, वायु सेना प्रमुख ने वायु योद्धाओं को विभिन्न श्रेणियों में कुल 97 पदक और छह यूनिट प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

पराक्रम और स्वदेशीकरण का बखान

वायु सेना प्रमुख ने परेड को संबोधित करते हुए भारतीय वायुसेना की साधारण शुरुआत से लेकर “विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना” बनने तक की असाधारण गौरव यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना सटीकता और गति के साथ सैन्य परिणामों को आकार देने में सक्षम है। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायु सेना के साहसिक तथा सटीक हमलों ने उसके पराक्रम को प्रमाणित किया और राष्ट्रीय चेतना में आक्रामक हवाई कार्रवाई का उचित स्थान स्थापित किया। उन्होंने स्वदेशी रूप से विकसित एकीकृत हथियार प्रणालियों के प्रदर्शन में भारतीय वायु सेना के विश्वास और कौशल का गर्व के साथ बखान किया।

वायुसेना प्रमुख ने नवाचार व अनुकूलनशीलता के प्रति वायु सेना की वचनबद्धता पर जोर दिया और प्रशिक्षण एवं योजना में उसके दृष्टिकोण का उल्लेख किया, जो “जैसे हम लड़ते हैं, वैसे ही प्रशिक्षण लें” के सिद्धांत पर आधारित है।

इनोवेशन एरिना और हेरिटेज फ्लाइट आकर्षण का केंद्र

इस आयोजन स्थल पर इनोवेशन एरिना को भी प्रदर्शित किया गया, जो प्रतिभा और नवाचार का गौरवशाली प्रदर्शन था। यहाँ भारतीय वायुसेना की विभिन्न इकाइयों के वायु योद्धाओं द्वारा परिकल्पित नवीन विचारों और समाधानों को प्रदर्शित किया गया। समारोह का एक प्रमुख आकर्षण हेरिटेज फ्लाइट का शानदार हवाई प्रदर्शन था, जिसमें ऐतिहासिक ‘टाइगर मॉथ’ और ‘एचटी-2’ विमानों का संयोजन शामिल था, जिसने भारतीय वायु सेना के गौरवशाली इतिहास को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह भी घोषणा की गई कि पारंपरिक फ्लाईपास्ट और हवाई प्रदर्शन का आयोजन 9 नवंबर 2025 को गुवाहाटी में किया जाएगा।

स्थिर प्रदर्शनी में अत्याधुनिक विमानों और उपकरणों की एक प्रभावशाली झलक प्रस्तुत की गई, जिसमें सी-17 ग्लोबमास्टर, राफेल, अपाचे, मिग-29, मिग-21 बाइसन और आकाश मिसाइल सिस्टम शामिल थे। यह पूरा कार्यक्रम भारतीय वायुसेना के राष्ट्र के प्रति 93 वर्षों के अटूट समर्पण और अद्वितीय सेवा को समर्पित था, जिसका विषय था—‘भारतीय वायु सेना: अचूक, अभेद्य व सटीक’।

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