हरिद्वार: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल सदैव मानवता की भलाई के लिए होना चाहिए, न कि इसे इंसान पर नियंत्रण का साधन बनने दिया जाए। वे हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय में “Faith and Future: Integrating AI with Spirituality” विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। यह सम्मेलन फ्यूचर ऑफ लाइफ इंस्टीट्यूट (अमेरिका) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
बिरला ने कहा कि प्रौद्योगिकी का वास्तविक उद्देश्य मानव अनुभव को समृद्ध करना है। उन्होंने जोर दिया कि करुणा, सहानुभूति और नैतिक मूल्यों के साथ एआई का विकास होना चाहिए ताकि यह एक न्यायसंगत एवं समतावादी भविष्य का आधार बने।
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और लोक कल्याण जैसे क्षेत्रों में एआई की क्षमता का उल्लेख किया और कहा कि इससे लाखों लोगों का जीवन बेहतर हो सकता है। बिरला ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ जैसे भारतीय आदर्शों को एआई के विकास की दिशा में मार्गदर्शक बताया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
जिस दिन होगा मिलन विश्व में, धर्म और विज्ञान का।
— Om Birla (@ombirlakota) September 16, 2025
सही रूप उभरेगा उस दिन, मानव के कल्याण का।।
पंडित श्रीराम आचार्य जी की ये अमर पंक्तियाँ आज के आयोजन को सार्थक करती हैं। जब धर्म की करुणा और विज्ञान की प्रज्ञा एक साथ चलती हैं, तभी मानवता का वास्तविक उत्थान संभव होता है। यही संगम… pic.twitter.com/hKNFp1OQ6z
