यूपी के बिजनौर में एक युवक ने ऐसी खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। नजीबाबाद के मंडावली थाना क्षेत्र के राजपुर नवादा गांव में रहने वाले एक युवक ने दो वर्षीय भतीजी की गला काटकर हत्या कर दी, जबकि पांच वर्षीय भतीजे को घर की छत से नीचे फेंक दिया। गंभीर रूप से घायल बच्चे का अस्पताल में इलाज जारी है। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है। माना जा रहा है कि आरोपी देवर का अपनी भाभी से विवाद इस वारदात की वजह बना।
राजपुर नवादा निवासी पीडब्ल्यूडी कर्मचारी जय सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके दो बेटे—अरुण और हिमांशु (22)—एक ही मकान में रहते थे। गुरुवार देर शाम किसी बात को लेकर हिमांशु का अपनी भाभी मंजू से झगड़ा हो गया। इसी दौरान गुस्से में आए आरोपी ने मंजू की दो साल की बेटी मानवी पर धारदार हथियार से हमला कर उसकी गर्दन काट दी। इसके बाद उसने मंजू के पांच वर्षीय बेटे मयंक को पकड़कर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। परिजन दोनों बच्चों को मंडावली के एक अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां मानवी को मृत घोषित कर दिया गया। मयंक गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है।
थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह के अनुसार परिजन अभी अस्पताल में हैं और उनसे विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। तहरीर मिलने के बाद मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है।
भाभी मंजू ने बताया कि घटना के समय परिवार खाना खा रहा था। तभी हिमांशु आया और बेटे से भतीजी के बारे में पूछने लगा। बेटे ने बताया कि वह ट्यूशन पर गई है, लेकिन अचानक हिमांशु ने बच्चे को पकड़कर दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया और उसके बाद मंजू पर भी हमला करने लगा। इसी दौरान उसे सीढ़ियों पर मानवी मिल गई, जिस पर उसने चाकू से वार कर दिया।
परिजनों का कहना है कि हिमांशु नशे का आदी था, और परिवार उसे नशे से दूर रखने के लिए पैसे नहीं देता था। इसी वजह से वह अक्सर चिड़चिड़ा रहता था। उसे इस बात का भी भ्रम था कि पैतृक संपत्ति छोटे भाई अरुण को मिल जाएगी, जिससे वह नाराज़ रहता था।
