India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर लंबे समय से चल रहे गतिरोध के टूटने की उम्मीद बंधी है। अमेरिकी पक्ष ने माना है कि भारत की ओर से उनको शानदार ऑफर मिला है। अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (यूएसटीआर) जेमिसन ग्रीर ने बताया कि भारत ने ऐसे बेहतरीन प्रस्ताव रखे हैं, जो अमेरिका को एक देश के तौर पर अब तक नहीं मिले हैं। ग्रीर का भारत की तारीफ में यह बयान ऐसे समय आया है, जब दोनों देशों के प्रतिनिधि व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। इससे दोनों पक्षों के समझौते पर आगे बढ़ने के संकेत मिलते हैं। दोनों ही पक्ष इसी साल के खत्म होने तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करना चाहते हैं।
ग्रीर ने वॉशिंगटन में सीनेट की उपसमिति की सुनवाई में कहा कि, “भारत में कुछ रो क्रॉप्स (कच्ची फसलों) और मांस उत्पादों को लेकर प्रतिरोध है। यह एक कठिन मुद्दा रहा है, लेकिन अब वे सकारात्मक रुख दिखा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “भारतीय जिस तरह के प्रस्ताव हमें दे रहे हैं, वे अब तक किसी भी देश से मिले सबसे बेहतर प्रस्ताव हैं। इसलिए मुझे लगता है कि यह हमारे लिए एक व्यावहारिक वैकल्पिक बाजार हो सकता है।”
🚨 BIG STATEMENT 🚨
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) December 10, 2025
US Trade Representative Jamieson Greer told the Senate Appropriations Subcommittee that “India has been a very DIFFICULT nut to CRACK on a TRADE DEAL.” pic.twitter.com/zhbqT0uF3B
क्या फाइनल होगी डील?
जेमिसन ग्रीर ने यह भी कहा कि सिविल एविएशन पार्ट के लिए जीरो-टैरिफ कमिटमेंट पर बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है। हालांकि इसमें शर्त यह है कि भारत भी वैसी ही पहुंच अमेरिका को देगा। वॉशिंगटन की ओर से भारत को अमेरिकी इथेनॉल ज्यादा आयात करने के लिए भी कहा जा रहा है, जो अमेरिकी बायोफ्यूल के लिए ग्लोबल मार्केट का विस्तार करने की मुहिम का हिस्सा है।
जेमिसन ग्रीर के अलावा भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की ओर से भी सकारात्मक बयान आया है। गोयल ने बुधवार को एक बयान में कहा कि वार्ता का माहौल पॉजिटिव है, कई कड़ियां जुड़ गई हैं और बातचीत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। ग्रीर और गोयल के बयानों को डील के पहले चरण के किसी नतीजे पर पहुंचने के संकेत की तरह से देखा जा रहा है।
ट्रंप प्रशासन के बाद फिर शुरू हुई बातचीत
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर वार्ता दो दिन (10 और 11 दिसंबर) को होनी है। यह बातचीत इस लिहाज से अहम है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद से वार्ता पटरी से उतरी हुई थी। दोनों देशों की पहल पर वार्ता फिर से शुरू हुई है, लेकिन अभी तक समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
