Aligarh Mob Violence: बुलंदशहर के एक व्यक्ति की इलाज के दौरान अलीगढ़ के जवाहरलाल मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। पुलिस ने घायल अवस्था में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। हालांकि, मृतक के परिवार का आरोप है कि ग्रामीणों ने उन्हें पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद शाम करीब 5 बजे परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। मृतक के सात बच्चे पिता की मौत के बाद अनाथ हो गए हैं।
बकरियों की फेरी लगाकर चलाते थे घर खर्च
मृतक की पहचान बुलंदशहर के छतारी थाना क्षेत्र के अंबेडकर नगर, नगला बंजारा निवासी 42 वर्षीय यूसुफ पुत्र निजाम के रूप में हुई है। यूसुफ बकरियों और भेड़ों की फेरी लगाकर अपने परिवार का खर्च चलाते थे। उनके परिवार में पत्नी शकीला, चार बेटियाँ और तीन बेटे शामिल हैं।
गांव के सदस्य नवाब के अनुसार, रविवार सुबह करीब 9 बजे यूसुफ फेरी पर निकले थे। आरोप है कि भीमपुर गांव के पास ग्रामीणों ने उनसे मारपीट की और उन्हें सड़क पर फेंक दिया। परिजनों का यह भी आरोप है कि यूसुफ के पास मौजूद रुपए भी गायब थे।
पुलिस ने दुर्घटना बताकर दी थी सूचना
घटना के दौरान उधर से गुजर रही पुलिस टीम की नजर घायल यूसुफ पर पड़ी। तलाशी के दौरान पुलिस को उनका आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर परिजनों को यह सूचना दी गई कि यूसुफ का एक्सीडेंट हो गया है।
पुलिस ने उन्हें पहले दानपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए अलीगढ़ के जवाहरलाल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। तबीयत में सुधार न होने पर परिजन उन्हें मन्नत नाम के एक निजी अस्पताल भी ले गए। हालांकि, वहां डॉक्टरों ने सीटी स्कैन के लिए उन्हें फिर से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, और इलाज के दौरान यूसुफ की मौत हो गई।
थाना डिबाई पुलिस द्वारा गैरइरादतन हत्या की घटना में संलिप्त 02 आरोपी गिरफ्तार। #UPPolice pic.twitter.com/FpkkecoBZc
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) December 8, 2025
पोस्टमार्टम के बाद परिवार ने की कार्रवाई की मांग
मेडिकल कॉलेज से सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया। शव गांव पहुंचने पर घर में कोहराम मच गया। पत्नी और बच्चे रो-रोकर बेहाल थे। परिजनों ने कहा कि वे जल्द ही पुलिस को तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
