Ram Mandir Dhwajarohan 2025: राम नगरी अयोध्या आज एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक समारोह के लिए पूरी तरह से तैयार है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के 673 दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराया। इस समारोह को श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण पूर्ण होने का प्रतीक माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर परिसर में पहुँच चुके हैं, जहाँ सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था की गई है।
पीएम मोदी का आगमन और भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले अयोध्या एयरपोर्ट पर कदम रखा, जहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से पीएम सेना के हेलिकॉप्टर से साकेत कॉलेज पहुँचे। इसके बाद, उन्होंने रामजन्मभूमि तक लगभग डेढ़ किलोमीटर का रोड शो किया। रोड शो के दौरान स्कूली छात्रों ने उनके काफिले पर फूल बरसाए, और जगह-जगह महिलाओं ने उत्साह के साथ उनका स्वागत किया, जिससे राम नगरी में एक अलग ही उत्साह दिखाई दिया।
पीएम मोदी का पहनावा और मंदिर में दर्शन
मंदिर परिसर में पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी काफी प्रसन्न और सहज नजर आए। उन्होंने सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा पहना हुआ था, जिसके ऊपर उन्होंने क्रीम कलर की नेहरू जैकेट पहनी थी। बाद में उनके कपड़ों में मेहरून और कथई रंग की एक शॉल ने चार चाँद लगा दिए। वह करीब 10 बजे सप्तमंदिर पहुँचे, जहाँ उन्होंने महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिरों में दर्शन किए। उन्होंने भगवान शेषावतार लक्ष्मण की पूजा की और परिसर में बने जलाशय का भी अवलोकन किया। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ माता अन्नपूर्णा मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।
रामलला को पीएम की विशेष भेंट
हर बार की तरह पीएम मोदी इस बार भी कुछ विशेष लेकर आए थे। उन्होंने राम जी को एक पशमीना शॉल भेंट की है, जिसे बनाने में एक साल का वक्त लगा है, ताकि उन्हें ठंड न लगे। इसके अलावा, उन्होंने परकोटे में मौजूद सभी मूर्तियों के लिए धर्मावरम जिले से बनवाए गए सिल्क के वस्त्र भी भेंट किए।
समारोह का महत्व
ध्वजारोहण समारोह राम मंदिर के निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक माना जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या के मंदिर परिसर में भक्तों और आम जनों में उत्साह का माहौल देखा गया।
सुरक्षा व्यवस्था
पूरे शहर को लगभग 1000 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में 5 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। परिसर को ATS-NSG कमांडो ने घेर रखा है, इसके अलावा SPG, CRPF और PAC के जवान भी चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं।
