Ram Mandir Dhwajarohan 2025: रामनगरी अयोध्या आज एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक समारोह के लिए पूरी तरह से तैयार है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में आज होने वाला यह ध्वज फहराने का समारोह इस बात का प्रतीक माना जा रहा है कि मंदिर का निर्माण अब पूर्ण हो चुका है। पुजारियों और महंतों के अनुसार, यह ध्वजारोहण अभिजीत मुहूर्त में किया गया, जिसे किसी भी पवित्र काम के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राम मंदिर के 161 फुट ऊँचे शिखर पर भगवा ध्वज फहराया। यह ध्वज 22 फुट लंबा और 11 फुट चौड़ा है, जिसे 42 फुट लंबे ध्वजदंड पर फहराया गया। प्रधानमंत्री के झंडा फहराने के तुरंत बाद अब रामलला की आरती की जाएगी। इस बड़े कार्यक्रम में करीब 6,000 से 8,000 लोगों के आने की उम्मीद है। इस भव्य आध्यात्मिक समारोह के लिए अयोध्या को सजाने के लिए करीब 100 टन फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
अभिजीत मुहूर्त में हुआ ध्वजारोहण
पंचांग के अनुसार, राम मंदिर पर आज ध्वजारोहण अभिजीत मुहूर्त में किया जा रहा है। आज अभिजीत मुहू्र्त सुबह 11 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहा। जानकारों के अनुसार, यह वही अभिजीत मुहूर्त है जिसमें भगवान श्रीराम का जन्म भी हुआ था।
अभिजीत मुहूर्त क्या है: अभिजीत मुहूर्त को वह खास समय माना जाता है जब दिन का मध्य सबसे शांत, स्थिर और शुभ होता है। हिंदू पंचांग में इसे ऐसा क्षण बताया गया है जब प्रकृति की ऊर्जा संतुलित रहती है और कोई भी शुभ काम जल्दी फल देता है। आमतौर पर यह मुहूर्त दोपहर के आसपास होता है और इसकी अवधि लगभग 40 से 50 मिनट मानी जाती है। शादी, पूजा, ध्वजारोहण, नया काम शुरू करने या किसी महत्वपूर्ण निर्णय के लिए यह मुहूर्त बेहद शुभ माना जाता है। यहाँ तक कि अगर किसी दिन अन्य मुहूर्त न मिलें, तब भी अभिजीत मुहूर्त को शुभ मानकर काम किया जा सकता है।
घर बैठे करें श्रीराम का पूजन
ज्योतिषियों के अनुसार, जो लोग ध्वजारोहण के लिए अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं, वे घर बैठ कर भी भगवान राम का पूजन कर सकते हैं। पंडितों के मुताबिक, आप जहाँ हैं वहाँ रहकर राम का नाम लें और उनके भजन करें। उनका मानना है कि “राम शब्द ही हमारे यहाँ शाश्वत है, सतयुग से लेकर अब तक जो है राम ही हैं।” यानी जो लोग अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं, वे अपने-अपने स्थान पर बैठकर राम-राम का नाम जाप करें, क्योंकि राम से बड़ा कोई मंत्र या जाप नहीं है।
इसके अलावा, जिस दौरान राम मंदिर पर ध्वजारोहण हो रहा हो, उस समय प्रभु राम की स्तुति करें। सुंदरकांड के अलावा रामचरितमानस का भी पाठ कर सकते हैं। हालांकि, इस दौरान रामायण के सभी पाठ करना संभव नहीं है, इसीलिए, उस दौरान श्रीराम स्तुति का पाठ ज़रूर करें, ये करने से भी भगवान राम का आशीर्वाद बना रहेगा।
