Vande Bharat Sleeper Train: भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लेकर अब बड़ा अपडेट सामने आ गया है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि ट्रेन में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ सुधार किए जा रहे हैं। टेस्टिंग के दौरान बोगी और सीटों से जुड़े कुछ छोटे मुद्दे सामने आए थे, जिन्हें ठीक किया जा रहा है। रेलमंत्री के अनुसार, यात्रा को शानदार और आरामदायक बनाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं अपनाया जाएगा। इसी वजह से ट्रेन को पूरी तरह तैयार करके ही यात्रियों के लिए चलाया जाएगा।
पहले यह ट्रेन 15 अक्टूबर को लॉन्च होने वाली थी, लेकिन अब सुधार कार्य पूरा होने के बाद इसे दिसंबर में यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। बीईएमएल कंपनी इस समय 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें बना रही है। पहली ट्रेन प्रोटोटाइप होने के कारण इसे हर स्तर पर गहराई से टेस्ट किया गया और मिले सुझावों के आधार पर बदलाव किए जा रहे हैं।
आपातकालीन अलार्म बटन को ऐसी जगह लगाया जा रहा है जहां यात्री आसानी से दबा सकें। इसके अलावा एसी की डक्ट को बेहतर स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है ताकि ठंडी हवा अधिक प्रभावी रूप से मिले। ट्रेन में आग से सुरक्षा के लिए विशेष केबल और आर्क फॉल्ट डिटेक्शन डिवाइस लगाए जा रहे हैं। साथ ही, यूरोपीय सुरक्षा मानकों EN 45545 और EN 15227 के अनुसार थर्ड-पार्टी जांच भी कराई जा रही है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन लंबे रूट्स पर सफर को नई दिशा देने वाली है। इसे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के लिए डिजाइन किया गया है। ट्रेन का सफल ट्रायल 180 किमी प्रति घंटे की गति पर भी हो चुका है। इसका उद्देश्य यात्रा को तेज, सुरक्षित और आरामदायक बनाना है, ताकि यात्री रात की यात्रा में भी एक प्रीमियम अनुभव ले सकें।
यह ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है और पूरे देश को इससे बड़ी उम्मीदें हैं। रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा और आराम से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। जैसे ही यह ट्रेन दिसंबर में पटरी पर उतरेगी, लंबी दूरी की यात्रा पहले से कहीं अधिक बेहतरीन और सुविधाजनक अनुभव के साथ संभव हो जाएगी।
