तेहरान: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि तेहरान अब देश के किसी भी स्थल पर यूरेनियम संवर्द्धन (Uranium Enrichment) नहीं कर रहा है। इसके जरिये उन्होंने पश्चिमी देशों को यह स्पष्ट संकेत देने का प्रयास किया है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर संभावित वार्ताओं के लिए अभी भी तैयार है।
विदेश मंत्री अराघची का यह बयान जून में इजरायल और अमेरिका द्वारा उसके संवर्धन स्थलों पर की गई कथित बमबारी के बाद, ईरानी सरकार की परमाणु कार्यक्रम पर अब तक की सबसे सीधी प्रतिक्रिया है।
संवर्द्धन रोकने का कारण
अराघची ने पुष्टि की, “ईरान में गुप्त रूप से कोई परमाणु संवर्धन नहीं हो रहा है। हमारी सभी सुविधाएँ अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की सुरक्षा व्यवस्थाओं और निगरानी के तहत हैं।” उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि “इस समय कोई संवर्धन नहीं हो रहा है, क्योंकि हमारी सुविधाओं पर हमला किया गया है।” ईरान का यह भी कहना है कि निशाना बनाए गए इन स्थलों तक पहुँचने को लेकर उसे लगातार धमकी दी जा रही है।
‘शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार निर्विवाद’
यह पूछे जाने पर कि ईरान को अमेरिका और अन्य देशों के साथ वार्ता जारी रखने के लिए क्या करना होगा, अराघची ने कहा कि अपने परमाणु कार्यक्रम पर ईरान का संदेश ‘स्पष्ट’ है।
विदेश मंत्री ने परमाणु तकनीक के शांतिपूर्ण उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “ईरान का परमाणु संवर्धन, परमाणु प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार, जिसमें संवर्धन भी शामिल है, निर्विवाद है।” उन्होंने आगे जोड़ा, “यह हमारा अधिकार है और हम इसे जारी रखे हुए हैं। हम आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिसमें अमेरिका भी शामिल है, हमारे इस अधिकार को स्वीकार करेगा और समझेगा कि यह ईरान का निर्विवाद अधिकार है, और हम अपने अधिकार से कभी पीछे नहीं हटेंगे।”
