असम के मंत्री अशोक सिंघल की एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिंघल ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बिहार चुनाव जीत के बाद “बिहार में गोभी फार्मिंग को मंज़ूरी” लिखकर गोभी के खेत की एक तस्वीर साझा की थी।
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह टिप्पणी 1989 के भागलपुर नरसंहार में मुसलमानों की हत्या को ‘महिमामंडित’ कर रही है। इस मामले में अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी कूद पड़े हैं, जिन्होंने रविवार को इस पोस्ट की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि न तो हिंदू धर्म और न ही राष्ट्रवाद ऐसे नरसंहारों को उचित ठहराता या उनका समर्थन करता है।
Bihar approves Gobi farming ✅ pic.twitter.com/SubrTQ0Mu5
— Ashok Singhal (@TheAshokSinghal) November 14, 2025
थरूर ने की कड़ी निंदा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस पोस्ट की तीखी निंदा करते हुए कहा कि न हिंदू धर्म और न भारतीय राष्ट्रवाद किसी भी तरह की हिंसा या नरसंहार को उचित ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी समुदाय का प्रतिनिधि नहीं, लेकिन एक गर्वित हिंदू होने के नाते यह साफ कहना जरूरी है कि इस तरह की सोच न धार्मिक मूल्यों से मेल खाती है और न राष्ट्रीय आदर्शों से।
I’m not a community organiser, so joint statements are not my job. But as a passionate advocate of #InclusiveIndia and a proud Hindu, I can speak for myself, and for most Hindus I know, in saying that neither our faith nor our nationalism requires, justifies or condones such… https://t.co/Wd1tprR3r6
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 16, 2025
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इसे भारत की राजनीतिक भाषा का “चौंकाने वाला नया निम्न स्तर” बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी केवल राजनीतिक विरोध तक सीमित नहीं है, बल्कि एक दर्दनाक ऐतिहासिक त्रासदी का मज़ाक उड़ाती है। गोगोई ने सीधे तौर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर आरोप लगाया कि राज्य में इस मानसिकता को बढ़ावा उन्हीं के नेतृत्व में मिल रहा है।
The use of “gobi farming” imagery by a sitting Cabinet Minister of Assam in the wake of the Bihar election results marks a shocking new low in political discourse. It is both vulgar and shameful.
— Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) November 15, 2025
The image is widely associated with the Logain massacre of 1989, where 116 Muslims…
टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने भी इस पोस्ट को “नरसंहार का साफ-साफ महिमामंडन” बताया और कहा कि चिंता की बात यह है कि इसे किसी बाहरी या हाशिए पर पड़े व्यक्ति ने नहीं, बल्कि एक सत्ताधारी पार्टी के मंत्री ने साझा किया है।
“Gobi farming” refers to glorifying the mass killing of Muslims in Bhagalpur, Bihar, in 1989. A cauliflower farm was planted on the graves to hide evidence.
— Saket Gokhale MP (@SaketGokhale) November 15, 2025
This is Modi’s BJP Minister from Assam. Not some fringe element.
Clearly, @PMOIndia approves this. The world should know. https://t.co/y4faGndOrQ
अशोक सिंघल की पोस्ट को लेकर बढ़ता राजनीतिक बवाल यह संकेत देता है कि पुरानी त्रासदियों से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाज़ी आने वाले दिनों में और गरमाहट ला सकती है। सत्ता पक्ष की ओर से इस विवाद पर अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, जबकि विपक्ष इसे नैतिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर गंभीर मुद्दा बता रहा है।
