Faridabad Explosives Seizure: जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए हरियाणा के फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं। गिरफ्तार आतंकी डॉ. आदिल अहमद राथर की निशानदेही पर पुलिस ने एक कमरे से 350 किलो अमोनियम नाइट्रेट, AK-47, AK-56, दो ऑटोमैटिक पिस्टल, और 84 कारतूस जब्त किए। जांच में खुलासा हुआ है कि आदिल आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद (Ansar Ghazwat-ul-Hind) से जुड़ा हुआ था और देश में बड़े धमाके की साजिश रच रहा था।
7 नवंबर को सहारनपुर से हुई थी गिरफ्तारी
डॉ. आदिल अहमद को 7 नवंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कश्मीर के पुलवामा से एक और डॉक्टर मुजाहिल शकील को गिरफ्तार किया। आदिल ने कबूल किया कि उसने फरीदाबाद में विस्फोटक छिपा रखे हैं, जिसके बाद वहां बड़ी छापेमारी की गई।
फरीदाबाद के गांव धौज से 14 बैग बरामद
सूत्रों के अनुसार, आदिल ने तीन महीने पहले फरीदाबाद के धौज गांव में किराए पर कमरा लिया था। वह खुद वहां नहीं रहता था, बल्कि कमरे का इस्तेमाल सिर्फ हथियार और विस्फोटक रखने के लिए करता था। तलाशी के दौरान पुलिस को 14 बैग मिले, जिनमें 350 किलो विस्फोटक, AK-56 राइफल, 5 लीटर केमिकल, 84 कारतूस और 2 ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद हुईं।
फरीदाबाद पुलिस के अनुसार, कमरे से 48 तरह का विस्फोटक-संबंधी सामान मिला है। छापे के दौरान 10 से 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल हो गईं।
#JammuAndKashmir and #Haryana police recover a large cache of explosives, weapons and ammunition from Faridabad in Haryana.
— All India Radio News (@airnewsalerts) November 10, 2025
Faridabad Police Commissioner Satender Kumar Gupta says it is an ongoing joint operation between Haryana and J&K police and an accused, Dr Muzammil, has… pic.twitter.com/zz7W30QFsL
GMC अनंतनाग में कर चुका था नौकरी
खास बात यह है कि डॉ. आदिल राथर अनंतनाग मेडिकल कॉलेज (GMC) में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के पद पर काम कर चुका है। कुछ समय पहले GMC के उसके निजी लॉकर से AK-47 राइफल भी बरामद हुई थी। उसने 24 अक्टूबर 2024 को अपनी नौकरी छोड़ दी थी। पुलिस का मानना है कि आदिल और उसके साथी डॉक्टर, मेडिकल संस्थानों की आड़ में आतंकी नेटवर्क को दोबारा सक्रिय करने की कोशिश कर रहे थे।
तीन राज्यों में फैली जांच, कई गिरफ्तारियां
इस आतंकी नेटवर्क की जांच अब जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात तक फैल चुकी है। पिछले तीन दिनों में लगभग 500 जगहों पर छापे मारे गए हैं और 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसियों में एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो और स्थानीय पुलिस टीमें शामिल हैं।

आतंकी संगठन से जुड़ा नेटवर्क बेनकाब
जांच अधिकारियों के अनुसार, यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं, बल्कि एक संगठित आतंकी नेटवर्क है जो मेडिकल प्रोफेशन की आड़ में सक्रिय था। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह समूह अंसार गजवत-उल-हिंद संगठन के जरिए कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में आतंकी गतिविधियां फैलाने की योजना बना रहा था।
आगामी खुलासे की तैयारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आने वाले कुछ घंटों में इस पूरे नेटवर्क को लेकर बड़ा खुलासा किया जाएगा। फिलहाल तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। बरामद विस्फोटक और हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
