Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा सीट एक बार फिर सुर्खियों में है। जेडीयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की राजनीति में गरमाहट बढ़ गई है। इस पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “यह तो होना ही था, क्योंकि बिहार में अब महाजंगलराज की स्थिति बन चुकी है।” तेजस्वी के इस बयान पर जेडीयू ने तीखा पलटवार किया है।
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मोकामा उनका जन्मस्थान है, और 2005 से पहले यह इलाका कत्लगाह बना हुआ था। उस समय पिता अपने बेटे की मौत पर भी रो नहीं सकता था। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार आने के बाद मोकामा में शांति लौटी। जमीन विवाद तो हुए, लेकिन बड़ी घटनाएं नहीं हुईं। नीरज कुमार ने कहा कि जब हाल ही में बड़ी वारदात हुई, तो सरकार ने बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई की। उन्होंने कहा, “हम अपराध के मामलों में जाति, धर्म या समुदाय नहीं देखते।”
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए पूछा, “हमने तो कार्रवाई कर दी, पर आप क्या कर रहे हैं? रीतलाल यादव कौन से मठ के महंथ हैं?” उन्होंने कहा कि राजद ने 76% टिकट आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को दिए, जैसा कि एडीआर की रिपोर्ट में भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद बिहार में फिर से जंगलराज लाना चाहता है, लेकिन बिहार की जनता जानती है कि “नीतीश कुमार हैं तो बेटियां महफूज़ हैं और बिहार सुरक्षित है।”
वहीं, तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि मोकामा की घटना गंभीर थी, और गिरफ्तारी जरूरी थी। उन्होंने सवाल उठाया कि “प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं, फिर भी यहां हत्या की वारदातें रुक क्यों नहीं रहीं?”
बता दें कि 30 अक्टूबर को मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान जन सुराज पार्टी के समर्थक और लालू यादव के करीबी दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में अनंत सिंह का नाम सामने आया था। पुलिस ने शनिवार देर रात उन्हें बेढ़ना मार्केट से गिरफ्तार किया। उन्हें कड़ी सुरक्षा में पटना एसएसपी दफ्तर के स्पेशल सेल में रखा गया और बाद में कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
इस मामले में चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाया है और अब तक पांच अधिकारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। मोकामा की यह घटना अब न सिर्फ कानून-व्यवस्था का, बल्कि बिहार की सियासत का बड़ा मुद्दा बन चुकी है।
