बिहार विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर एनडीए के स्टार प्रचारक के रूप में मैदान में उतर रहे हैं। आज वह बिहार के तीन मुख्य विधानसभा क्षेत्रों—रघुनाथपुर (सिवान), शाहपुर (भोजपुर) और बक्सर—में लोगों की बड़ी सभाओं को संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि बिहार चुनाव में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहुत ज्यादा मांग है।
मुख्यमंत्री आज अपनी पहली जनसभा की शुरुआत शहाबुद्दीन के इलाके माने जाने वाले रघुनाथपुर से करेंगे, जहाँ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने उनके बेटे ओसामा को उम्मीदवार बनाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली जनसभा सुबह 11:15 बजे रघुनाथपुर विधानसभा के राजपुर खेल मैदान में होगी। इसके बाद दोपहर 12:45 बजे वह शाहपुर विधानसभा के डुमरिया में दूसरी सभा करेंगे। उनकी आखिरी जनसभा दोपहर 02:15 बजे बक्सर विधानसभा के आईटीआई ग्राउंड में होगी। इन सभी सभाओं में वह विपक्ष पर जोरदार निशाना साधेंगे और लोगों से एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने की अपील करेंगे।
इन सीटों पर क्यों है ज़्यादा ध्यान?
ये तीनों इलाके पश्चिमी बिहार के उन हिस्सों में आते हैं जहाँ 2020 के पिछले चुनाव में एनडीए को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। भाजपा (BJP) का मानना है कि योगी की लोकप्रियता और उनके बेबाक बोलने के तरीके से स्थानीय वोटरों में नया जोश भरेगा। खासकर रघुनाथपुर और बक्सर में अपराध और विकास के मुद्दे सबसे ख़ास हैं, इसलिए मुख्यमंत्री की ‘बुलडोजर बाबा’ वाली पहचान यहाँ के चुनाव नतीजों में बहुत असर डाल सकती है।
एनडीए के लिए ये सीटें क्यों जरूरी हैं?
रघुनाथपुर सीट पर एनडीए ने एक पूर्व आईपीएस अधिकारी (पुलिस अधिकारी) को टिकट दिया है, जबकि विपक्ष ने अपराध से जुड़े उम्मीदवार को उतारा है। इसी तरह बक्सर में भी अपराध मुक्त बिहार का मुद्दा गरमाया हुआ है। शाहपुर में योगी, गाँव के विकास, किसानों की भलाई और पिछड़े वर्गों को साथ लाने पर ज्यादा ध्यान देंगे।
भाजपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि “सीएम योगी की सभाएँ केवल चुनाव प्रचार नहीं हैं, बल्कि यह संदेश हैं कि एनडीए कानून का राज और विकास की राजनीति पर कायम है। उनकी मौजूदगी से कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा और वोटरों का विश्वास मज़बूत होगा।”
योगी का बिहार से रिश्ता
गोरखपुर से सांसद रह चुके योगी आदित्यनाथ का बिहार के सीमा से सटे ज़िलों से गहरा नाता है। उनकी सभाओं में हमेशा ‘जय श्री राम’ के नारे और केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार (डबल इंजन सरकार) का संदेश गूंजता है। इस बार भी वह केंद्र की योजनाओं—जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला, आयुष्मान भारत—और बिहार में नितीश सरकार के काम को जनता के सामने रखेंगे।
उधर योगी की इन सभाओं को लेकर विरोधी पार्टियों में हलचल है। आरजेडी और कांग्रेस ने योगी के इस दौरे को “बाहर के नेता का दखल” कहा है। लेकिन मैदान में एनडीए की तैयारी पूरी है और योगी हेलीकॉप्टर से उतरते ही सीधे जनता के बीच पहुँचेंगे।
