कनाडा में रहने वाले कुछ भारतीय गैंगस्टरों की लड़ाई अब खुलकर बाहर आ रही है। हाल ही में वहां फायरिंग की घटनाएँ हुईं और सोशल मीडिया पर धमकी भरे पोस्ट भी दिखे। स्थानीय लोग और प्रवासी समुदाय चिंतित हैं, क्योंकि इन घटनाओं का असर आम लोगों की सुरक्षा पर भी पड़ सकता है।
जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से कनाडा में कई बार फायरिंग की खबरें आई थीं। अब गोदारा गैंग से जुड़े लोगों की ओर से भी फायरिंग और तल्ख पोस्ट देखने को मिली है। इन पोस्ट में प्रतिद्वंद्वी गैंग और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त चेतावनी दी गई थी। सोशल मीडिया पर जारी संदिग्ध संदेशों ने इलाके में भय और असुरक्षा बढ़ा दी है।
यह लड़ाई सिर्फ एक-दूसरे को डराने तक नहीं रहती। दोनों गैंगों ने बड़े लक्ष्य चुनने और दिखावे की कोशिशें भी की हैं — कभी-कभी इसलिए कि वे एक-दूसरे की ताकत को कम दिखा सकें। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि दोनों ओर के लोग कनाडा में अपनी तस्दीक और असर बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
कनाडाई पुलिस और खातेदार एजेंसियाँ इन घटनाओं की जांच कर रही हैं। स्थानीय पुलिस ने समुदाय से कहा है कि किसी भी तरह की संदिग्ध हरकत या हिंसा की जानकारी तुरंत दें। विदेशों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने, बिना पुष्टि के अफवाहें न फैलाने और सुरक्षात्मक उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।
इस तरह के मामलों का एक बड़ा पहलू यह भी है कि वे अंतरराष्ट्रीय जुर्म और हवाला, धन शोधन जैसे मामलों से जुड़े हो सकते हैं। इसलिए दोनों देशों की पुलिस और खुफिया एजेंसियों के बीच सहयोग जरूरी माना जा रहा है ताकि हिंसा को रोका जा सके और जिम्मेदारों तक जल्द पहुँच हो।
आखिर में कहा जा सकता है कि कनाडा में बसे भारतीय समुदाय के लिए यह समय चिंता का है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और समुदाय को मिलकर काम करना होगा ताकि आम लोगों की सुरक्षा बनी रहे और कानून-व्यवस्था कायम रहे।
