Durg Double Murder: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 6 मार्च 2024 को हुई दादी और पोती की हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने फरार चल रहे तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम मार्शल राजपूत (29 वर्ष) है, जो कृपाल नगर, कोहका का निवासी है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इससे पहले इस मामले में दो आरोपी चुमेंद्र निषाद और पंकज निषाद को गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह पूरा मामला पुलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम गनियारी का है, जहां 6 मार्च को एक वृद्धा और उसकी नाबालिग पोती की बेरहमी से हत्या की गई थी। दोनों के शरीर पर धारदार और भोथरे हथियारों से कई वार किए गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल, डॉग स्क्वाड और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी चुमेंद्र निषाद ने सगाई के बाद अपने अवैध संबंधों के खुलासे के डर से यह हत्या की साजिश रची थी। मृतिका को आरोपी के निजी संबंधों के बारे में पता चल गया था और उसने यह बात दूसरों को बताने की धमकी दी थी। इस डर से आरोपी ने अपने साथियों पंकज निषाद और मार्शल राजपूत के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
19 फरवरी 2024 को चुमेंद्र की सगाई हो चुकी थी। मृतिका ने यह बात अपनी सहेलियों से साझा की थी और कहा था कि वह चुमेंद्र और उसके परिवार को बर्बाद कर देगी। इस बात से भयभीत होकर आरोपी ने हत्या की साजिश रची। वारदात के दिन वह अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने का नाटक करके रात करीब 1 बजे गांव लौटा। उसने अपने साथियों को बुलाया और योजनाबद्ध तरीके से मृतिका के घर पहुंचा।

आरोपी चुमेंद्र ने मृतिका को यह कहकर बुलाया कि वह उससे शादी करेगा, लेकिन जब मृतिका ने मना किया तो उसने गुस्से में टंगिया से उसके सिर पर हमला किया। जब मृतिका की दादी उसे बचाने आई, तो आरोपी ने चाकू से उसकी गर्दन पर वार कर दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी ने हथियार तालाब में धोकर अपने साथियों को बताया कि “काम हो गया है।”
पुलिस जांच में पता चला कि चुमेंद्र और पंकज दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उन पर पहले से कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल धारदार चाकू, मोबाइल फोन और स्कॉर्पियो गाड़ी (सीजी 06 ई 6666) जब्त की है।
इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग द्वारा गठित विशेष जांच टीम, थाना पुलगांव और एसीसीयू के अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
