सीतापुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को आखिरकार सीतापुर जेल से रिहाई मिल गई। 23 महीने कैद में रहने के बाद वह काला चश्मा और सफेद कुर्ता पहने पुराने अंदाज में बाहर निकले, तो समर्थकों में जोश भर गया। जेल के बाहर उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और उनका बेटा अदीब मौजूद रहे।
आजम खान को अब तक 72 मामलों में जमानत मिल चुकी है, जिसमें हाल का क्वालिटी बार लैंड ग्रैब केस भी शामिल है। वे अक्टूबर 2023 से जेल में बंद थे। हालांकि सुबह ही उनकी रिहाई होनी थी, लेकिन बेल बॉन्ड में पता गलत दर्ज हो जाने से प्रक्रिया में देरी हुई। जेल प्रशासन के अनुसार, किसी भी कैदी की रिहाई के लिए बेल बॉन्ड में सही और पूरा पता अनिवार्य होता है।
आजम की रिहाई पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “आजम खान को झूठे केस में फंसाया गया था। उनकी रिहाई हमारे लिए खुशी की बात है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में सभी फर्जी केस खत्म होंगे। कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और सपा सरकार आने पर हर फर्जी केस वापस लिया जाएगा।”
इस बीच, जेल के बाहर भीड़ उमड़ने से अफरा-तफरी मच गई। प्रशासन ने पहले ही सीतापुर में BNSS की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी, लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में समर्थक वाहनों के साथ जेल के पास पहुंच गए, जिससे ट्रैफिक जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिस ने कई वाहनों के चालान काटे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, धारा 163 लागू होने के बावजूद भीड़भाड़ और अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।
