गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047’ कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2047 तक विकसित भारत बनाने की संकल्पना के अनुरूप उत्तर प्रदेश को विकसित करने पर काम कर रही है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे क्यूआर कोड स्कैन कर अपने सुझाव साझा करें और राज्य के विकास में योगदान दें।
सीएम योगी ने प्रदेश की वित्तीय प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि 2017 तक उत्तर प्रदेश की जीडीपी 12.36 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब 36 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचने जा रही है। इसी तरह, प्रति व्यक्ति आय 45,000 रुपये से बढ़कर 1,20,000 रुपये हो गई है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के यशस्वी नेतृत्व में हमारे पूर्वजों के विजन के अनुरूप नया भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 21, 2025
'विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश' की संकल्पना की सिद्धि हेतु आज गोरक्षनगरी जनपद गोरखपुर स्थित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में महाराणा प्रताप शिक्षा… pic.twitter.com/p1u859CKOj
उन्होंने 12 सेक्टर्स में सुझाव आमंत्रित करने और विकास कार्ययोजना बनाने की प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला। सीएम ने कहा कि यूपी ने विकसित भारत के लिए आवाज उठाने की शुरुआत की, और अब प्रदेश के 300 से अधिक बुद्धिजीवी, जैसे सेवानिवृत्त आईएएस, कुलपति, शिक्षक, चिकित्सक और उद्यमी, विभिन्न अकादमिक संस्थाओं में जाकर जनता और छात्रों के सुझाव एकत्रित कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी के पंच प्रणों के अनुरूप जाति, क्षेत्र और वादों से मुक्त होकर एक समतामूलक समाज बनाना, सेना और यूनिफॉर्मधारी जवानों का सम्मान करना और नागरिक कर्तव्यों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश का यह विजन विकसित भारत के लक्ष्य को मूर्त रूप देगा और राज्य के प्रत्येक नागरिक को इसके निर्माण में योगदान देना चाहिए।
'विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश' विजन 2047 विषयक कार्यशाला के शुभारंभ हेतु जनपद गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में… https://t.co/oqm82sJrxo
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 21, 2025
